
नयी दिल्ली, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु स्लोवाकिया की सफल यात्रा सम्पन्न होने के बाद शुक्रवार को स्वदेश रवाना हो गई। इससे पहले उन्होंने स्लोवाकिया में भारत के राजदूत द्वारा ब्रातिस्लावा में आयोजित स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया। इस अवसर पर उनके साथ केंद्रीय राज्य मंत्री निमुबेन जयंतीभाई बंभानिया तथा संसद सदस्य धवल पटेल और संध्या रे भी उपस्थित थीं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और स्लोवाकिया के बीच संबंध आपसी सम्मान और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारत और स्लोवाकिया के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों में लगातार वृद्धि हुई है।
राष्ट्रपति ने स्लोवाकिया के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राष्ट्रीय परिषद के अध्यक्ष के साथ अपनी उपयोगी बैठकों के बारे में उपस्थित लोगों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उन बैठकों के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि बातचीत के दौरान स्लोवाक नेताओं ने भारतीय समुदाय की कड़ी मेहनत और स्लोवाकिया के विकास और प्रगति में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए बहुत सम्मान व्यक्त किया।
राष्ट्रपति ने भारत और स्लोवाकिया के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों और आपसी समझ को और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए भारत के स्लोवाक मित्रों की सराहना की। भारत की विरासत और परंपराएं स्लोवाक लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। उन्होंने कहा कि योग और आयुर्वेद से लेकर भारतीय व्यंजनों तक, स्लोवाकिया में भारतीय संस्कृति के प्रति प्रेम दोनों देशों के लोगों के बीच बढ़ते मजबूत संबंधों का प्रमाण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उपनिषदों का स्लोवाक भाषा में अनुवाद स्लोवाक लोगों को भारत की प्राचीन शिक्षाओं से जुड़ने का एक और अवसर प्रदान करेगा। राष्ट्रपति ने नई दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले भारतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत की।