नई दिल्ली, पूर्व बीएसपी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य भारतीय जनता पार्टी में शामिल हों गये. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की उपस्थिति मे स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा की सदस्यीा ग्रहण की. 22 जून को मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगते हुए मौर्य ने बीएसपी से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफे के बाद मायावती ने मौर्य के आरोपों का जवाब देते उन्हें पार्टी से निष्काषित कर दिया था.
स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी में आएं इसका पूरा ताना बना ओम माथुर ने बुना.पिछले डेढ़ महीने में यूपी बीजेपी के प्रभारी ओम प्रकाश माथुर ने स्वामी प्रसाद मौर्य की दो बार बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कराई.सूत्रों के अनुसार, यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य बिल्कुल नहीं चाहते थे कि स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी में शामिल हों.सूत्रों की मानें तो यूपी बीजेपी अध्यक्ष ने स्वामी को लेकर अपनी नाराजगी केंद्रीय नेतृत्व को बता दी है. केशव मौर्य की नाराजगी के बाद भी पार्टी ने पूर्व बीएसपी नेता के ऊपर दांव इसलिए लगाया कि पार्टी नेतृत्व को लगता है कि केशव मौर्य की तुलना में स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी जाति के बड़े नेता हैं और उनका काछी, मौर्या, कुशवाहा वोटर पर ज्यादा प्रभाव है. यूपी में इन जाति के लगभग 6 प्रतिशत वोट है, जिसका पूर्वी उत्तर प्रदेश की 100 से ज्यादा सीटों पर अच्छा खासा प्रभाव है.