नई दिल्ली,आज से चार दिन बाद यानी 1 जुलाई, 2019 से कई बड़े बदलाव होने वाले हैं, जिनका आपकी जेब और जिंदगी पर सीधा असर होगा. ये बदलाव बैंक, रसोई गैस और रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े हुए हैं.
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अगर आप ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं तो 1 जून से आपको बड़ी राहत मिलने वाली है. दरअसल, रिजर्व बैंक ने आम आदमी को राहत देते हुए RTGS और NEFT लेनदेन पर लगाए गए शुल्क को हटा दिया है.
इसका मतलब यह हुआ कि अब रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) और नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) के जरिए ट्रांजेक्शन करने वाले लोगों को किसी भी तरह का एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना होगा. इसके अलावा आरबीआई ने RTGS के जरिए पैसे भेजने का समय डेढ़ घंटे बढ़ाकर शाम 6 बजे तक कर दिया है.
अगर आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहक हैं तो 1 जुलाई से होम लोन से जुड़े एक बदलाव के लिए तैयार रहें. दरअसल, SBI के ग्राहकों को 1 जुलाई से रेपो रेट से जुड़े होम लोन ऑफर किए जाएंगे. इसका मतलब यह हुआ कि एसबीआई की होम लोन की ब्याज दर पूरी तरह रेपो रेट पर आधारित हो जाएगी. यानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जितनी बार रेपो रेट में बदलाव करेगा उतनी बार होम लोन के ब्याज दरों में भी बदलाव होगा. फिलहाल, एसबीआई अपने तरीके से ब्याज दरों में कटौती करता है.
अगर आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहक हैं तो 1 जुलाई से होम लोन से जुड़े एक बदलाव के लिए तैयार रहें. दरअसल, SBI के ग्राहकों को 1 जुलाई से रेपो रेट से जुड़े होम लोन ऑफर किए जाएंगे. इसका मतलब यह हुआ कि एसबीआई की होम लोन की ब्याज दर पूरी तरह रेपो रेट पर आधारित हो जाएगी. यानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जितनी बार रेपो रेट में बदलाव करेगा उतनी बार होम लोन के ब्याज दरों में भी बदलाव होगा. फिलहाल, एसबीआई अपने तरीके से ब्याज दरों में कटौती करता है.
अगर आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सुकन्या योजना या फिर नेशनल सेविंग स्कीम (NSC) के तहत निवेश करते हैं तो आपको 1 जुलाई से बड़ा झटका लग सकता है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मोदी सरकार स्मॉल सेविंग्स स्कीम पर ब्याज दर में कटौती करने की तैयारी में है. सरकार जल्द ही इसको लेकर नोटिफिकेशन जारी कर सकती है. यह कटौती जुलाई-सितंबर की अवधि के लिए 0.30 फीसदी तक की हो सकती है.