सहारनपुर, रोजी रोटी छिनने से अन्य राज्यों से घर वापसी कर रहे प्रवासी श्रमिक और कामगारों से सहारनपुर में कोरोना संक्रमण का खतरा एक बार फिर गहराने लगा है।
जिले में कोरोना संक्रमण के दस नये मामले सामने आने के बाद जिले में सक्रिय मरीजों की तादाद 19 हो गयी है। कमिश्नर संजय कुमार ने बताया कि कल तक जो नौ संक्रमित रोगी कोविड अस्पतालों में भर्ती थे,उनमें से किसी के भी स्वस्थ होने की रिर्पोट आज नहीं आई है।
उन्होने बताया कि जिले में अब तक कुल 203 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आये है जि 184 स्वस्थ हो चुके हैं। आज जो मामले संक्रमित निकले उनमें सभी मुम्बई, इंदौर और दिल्ली से आए प्रवासी है। देवबंद कस्बे के मुम्बई से लौटे जो चार लोग आज संक्रमित निकले। ये लोग मुम्बई के मोहम्मद अली रोड इलाके में कपड़े की फेरी लगाने का धंधा करते थे और इसी हफ्ते देवबंद लौटे है। इन्ही के दो साथी कल और परसो संक्रमित निकले थें। इस तरह से मुम्बई से जो 30 लोग देवबंद आए है,उनमें से छह संक्रमित निकल चुके है। बाकियों को पृथकवास में भर्ती करा दिया गया है।
श्री कुमार ने बताया कि देवबंद कोतवाली की पुलिस चौकी खेडामुगल निवासी युवक दिल्ली से प्रेस की गाड़ी से घर लौटा था और जनता इंटर कालेज में पृथकवास में भर्ती था, भी आज संक्रमित पाया गया। दो संक्रमित केस आईटीआई के संस्थागत पृथकवास में भर्ती थे। वे देश के सबसे संक्रमित शहर इंदौर (मध्यप्रदेश) से लौटे थे।
कमिश्नर ने बताया कि सभी संक्रमित मामले ट्रेवल केस है। जिले में हाटॅ-स्पाट की संख्या 22 से घटकर 11 रह गई है। जिला अभी भी रेड जोन में शामिल है और देवबंद नगर में दो हाॅट-स्पाट अभी बने हुए है। सीएचसी प्रभारी डा. इंद्राज सिंह नेहरा ने बताया कि देवबंद के जामिया तिब्बिया मेडिकल कालेज में अब केवल 22 संदिग्ध कोरोना संक्रमित पृथकवास में भर्ती है।