बसपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हुए शिलापूजन को लेकर कहा कि कानून को अपने हाथों में लेकर पत्थर लाने वाले लोग देसी आंतकवादी हैं। इन लोगों का कानून से कोई मतलब नहीं है। ये लोग केवल सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए ऐसी हरकतें कर रहे हैं।मौर्य ने कहा कि राम जन्मभूमि का पूरा मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है, फिर बीजेपी के लोगों को कानून हाथ में लेने की जरूरत क्यों पड़ी?” उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन मे कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान सत्ताधारी सपा और बीजेपी ने पूरे प्रदेश को दंगे की आग में झोंक दिया था। ये फिर से वैसी ही हरकतें करने के प्रयास हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने चेतावनी दी है कि सरकार पदावनति मामले में सजग होकर भेदभाव बंद करे, अन्यथा आठ लाख पदाधिकारी आंदोलन के लिए सड़कों पर उतर सकते हैं।मौर्य ने कहा कि पदावनति मामले में मुख्यमंत्री व मुख्यसचिव से वार्ता हो चुकी है, लेकिन कुछ भी हल नहीं निकला। पदावनत के शिकार कर्मचारियों व अधिकारियों की संख्या तीन लाख पहुंच गई है।