लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2017 को लेकर राजनैतिक दलों के नेताओं की बयानबाजी के कारण सियासी पारा जहां बेहद गरम है, वहीं निर्वाचन आयोग जल्द ही चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि 28 दिसंबर को उत्तर प्रदेश सहित अन्य पांच राज्यों के लिए चुनाव की तारीखें घोषित की जा सकती हैं।
सूबे में मतदान सात चरण में कराने की योजना है और इसके पहले चरण की शुरूआत पश्चिमी यूपी से हो सकती है। केंद्रीय निर्वाचन आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त विजय देव सूबे में विधानसभा चुनाव की तैयारियों का पहले ही जायजा ले चुके हैं। उन्होंने निष्पक्ष और शान्तिपूर्ण मतदान के लिए अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए थे, साथ ही चुनाव की तैयारियों को लेकर सन्तुष्टि जाहिर की थी। आयोग के फैसले के तहत जहां अतिसंवेदनशील, संवेदनशील श्रेणी के बूथों पर सीसीटीवी कैमरे और वीडियो कैमरे लगेंगे। वहीं केन्द्रीय सुरक्षा बल के जवान भी बूथों पर तैनात रहेंगे। इसके अलावा केन्द्रीय कमर्चारी माइक्रो आब्जर्वर के रूप में तैनात होंगे, जो निर्वाचन आयोग के सम्पर्क में रहकर उसके दिशा-निर्देश के मुताबिक काम करेंगे। आयोग के निर्देश के बाद इस बार प्रदेश के चुनाव में पहली बार ई-पोस्टल बैलट का उपयोग किया जाएगा। इसके तहत सेना, एयरफोर्स, सीआरपीएफ, आरएएफ, बीएसएफ व आइटीबीपी के अधिकारियों और जवानों को ई-पोस्टल बैलट भेजे जाएंगे, जिससे वह भी अपना वोट डाल सकेंगे।
विधानसभा चुनाव-2017 की एक और खास बात इसमें आॅनलाइन को ज्यादा बढ़ावा देते हुए एप का इस्तेमाल करना है। आयोग ने सुविधा एप शुरू किया है जिससे रिटर्निग अधिकारी जुड़े होंगे। चुनाव के दौरान ट्रांसपोर्ट मैनेजमेट में होने वाली समस्या से बचने के लिए सुगम एप भी शुरू किया गया है। इसके साथ ही दिव्यांगों को मताधिकार के दौरान विशेष सुविधाएं मिलेंगी, जिससे वह आसानी से अपने मताधिकार को प्रयोग कर सकें। आयोग ने चुनाव आचार संहिता का पालन सख्ती से कराने के भी निर्देश दिए हैं। वहीं जेलों पर खास निगरानी रखने को कहा गया है, जिससे जेल से अपना नेटवर्क चलाने वालों पर लगाम लग सके और वह चुनाव प्रभावित नहीं कर पायें।