नई दिल्ली, नोटबंदी के बाद सरकार कई अहम कदम उठा रही है। अब सरकार जनधन खाताधारकों के लिए बीमा योजना लाने जा रही है। जिसमें प्रधानमंत्री जन धन योजना के खाताधारकों को तीन साल तक 2 लाख का बीमा कवर मुफ्त में दिया जाएगा। केंद्र सरकार इसके जरिये गरीबों की सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करना चाहता है। जन धन योजना के तहत 27 करोड़ बैंक खाते खोले गए हैं। इनमें से 16 करोड़ आधार से जुड़े हैं। अगर बीमा योजना के तहत ऐक्सिडेंट और लाइफ इंश्योरेंस कवर दोनों दिया जाता है तो इससे सरकार पर 9,000 करोड़ रुपये का बोझ बढ़ेगा। एक सरकारी अधिकारी ने कहा, इस बारे में विचार चल रहा है। इनमें से एक ऐसी बीमा योजना है, जिसमें तीन साल तक प्रीमियम का पूरा खर्च सरकार उठाएगी।
2014 में सरकार ने तीन सामाजिक सुरक्षा प्रोग्राम शुरू किए थे। इनमें प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना , प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना (।च्ल्) शामिल थीं। वित्त मंत्रालय के अनुसार, 3.06 करोड़ लोग च्डश्रश्रठल् और 9.72 करोड़ से जुड़े हैं। भारत में इंश्योरेंस प्रीमियम और जीडीपी का रेशियो बहुत कम है। 2015 में यह 3.44 फीसदी था। च्डश्रश्रठल् के तहत जो लाइफ इंश्योरेंस कवर दिया जा रहा है, उसके लिए 330 रुपये का शुरुआती प्रीमियम देना पड़ता है। च्डैठल् के तहत ऐक्सिडेंटल इंश्योरेंस पर सालाना 12 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। इसमें ऐक्सिडेंटल डेथ कवर और डिसेबिलिटी शामिल हैं। दोनों ही मामलों में 2 लाख रुपये तक का बेनेफिट पॉलिसीहोल्डर को दिया जाता है।
सरकारी अधिकारी ने बताया, जिस नई योजना पर विचार हो रहा है, सरकार उसके लिए लाइफ और ऐक्सिडेंटल इंश्योरेंस स्कीम दोनों का ही प्रीमियम दे सकती है। जनरल इंश्योरेंस स्कीम तुरंत सभी जन धन खाताधारकों को ऑफर की जाएगी। दूसरा ऑप्शन यह है कि स्कीम को अटल पेंशन योजना की तर्ज पर पेश किया जाए, जिसमें आधा प्रीमियम सरकार दे। इसके लिए सालाना प्रीमियम 1,000 रुपये रहने की उम्मीद है। इसमें 2019-20 तक पॉलिसीहोल्डर को कवर दिया जा सकता है। सरकारी अधिकारी के मुताबिक, बैंकों को पहले ही सभी जन धन खाताधारकों को मौजूदा सामाजिक योजनाओं के बारे में जागरूक करने के लिए कहा जा चुका है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद जन धन खातों में काफी पैसा आया है। च्डश्रश्रठल् के तहत 44,720 क्लेम रजिस्टर किए गए हैं, जिसमें से 40,375 में भुगतान किया जा चुका है। वहीं, च्डैठल् के लिए 8,821 क्लेम आए, जिनमें से 5,878 में भुगतान हुआ।