सूरत, ठेले पर चाय और भजिया पकौडे बेचने से लेकर अरबपति बनने के रहस्यमय सफर की वजह से आयकर विभाग को चकरा देने वाले गुजरात के सूरत शहर के किशोर भजिया वाले की कुल संपत्ति का आंकडा लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
उधर गुजरात के ही एक अन्य रहस्यमय भूमि कारोबारी महेश शाह की ओर से आय घोषणा योजना के तहत अंतिम दिन आधी रात के समय 13860 करोड रुपए के आय की घोषणा कर मुकर जाने के मामले ने भी आयकर विभाग को खासी परेशानी में डाल रखा है।
भजियावाला के घर, कार्यालय और अन्य ठिकानों पर छह दिन की आयकर की छापेमारी के बारे में हालांकि अब तक विभाग की ओर से कोई विधिवत घोषणा नहीं की गई है पर विभाग के सूत्रों के मुताबिक उसकी चल अचल संपत्ति पूर्व के करीब 400 करोड के अनुमान से कही अधिक है। उसके पास से मिले 14 किलो सोना और सोने के जेवरात, 150 किलो से अधिक की ठोस चांदी तथा एक किलो हीरे के जेवरात और करीब डेढ करोड रुपए की नए पुराने नोटों की नकदी और सूरत में करोडों की अन्य संपत्ति के बाद मुंबई के कांदीवली में भी उसके पास करीब 200 करोड रुपए की संपत्ति और गुजरात के नवसारी और अन्य स्थानों पर भी बंगले तथा मकान आदि का पता चला है। सूत्रों ने बताया कि इसकी पूरी पडताल की जा रही है।
तीन दशक पहले सूरत के उधना विस्तार में पकौडे यानी भजिया और चाय का ठेला लगाने वाले किशोर ने बाद में कथित तौर पर लोगों को ऊंची ब्याज दर पर पैसे देकर उनकी सपंत्ति हडप ली। उसके एक करीबी दोस्त की पत्नी ने भी पुलिस में उस पर उनकी टूल्स फैक्ट्री पर इसी तरह कब्जा जमा लेने की शिकायत दर्ज कराई है। उसके इस दोस्त का दिल का दौरा पडने से मौत हो गयी थी। स्थानीय लोगों ने उस पर ब्याज के मामले में काफी दयाहीन रूख रखने का आरोप लगाते हुए दावा किय कि वह पैसे के एवज में लोगों से मंगलसूत्र तक ले लिया करता था। किशोर के एलबम में भाजपा के कई मंत्रियों और अन्य नेताओं के साथ उसकी तथा उसके परिजनों की सेल्फीनुमा तस्वीरें भी मिली है। हालांकि कई नेताओं ने उससे कोई पहचान नहीं होने की बात कही है। हालांकि अब तक भजियावाला की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
आयकर सूत्रों ने बताया कि पूरी पडताल के बाद ही कोई कानूनी कार्रवाई होगी। दूसरी ओर अहमदाबाद निवासी महेश शाह के मामले से भी आयकर विभाग खासी उलझन में है। सूत्रों ने बताया कि कुछ समय पहले यहां एक टीवी चैनल के स्टूडियो से नाटकीय ढंग से पकडे गये शाह ने अब तक कोई ठोस जानकारी नहीं दी है। शाह ने दावा किया था कि यह पैसा दूसरे लोगों का था जिसकी घोषणा उसने अपने नाम से की थी। उसे भी अब तक विधिवत गिरफ्तार नहीं किया गया है। उसने टीवी पर अपने साक्षात्कार में कहा था कि वह आयकर विभाग को सभी नाम बता देगा और उसके पास ऐसी कोई डायरी होने की भी अटकले लगाई गई थीं पर अब तक ऐसा नहीं हो सका है। आयकर सूत्रों ने बताया कि वह अब तक गोलमोल बाते कर रहा है। आयकर विभाग ने हालांकि उसके दावे को 28 नवंबर को खारिज कर दिया था।