वॉलनट पोषक तत्वों से भरपूर आहार है, जिसे सयुंक्त राष्ट्र अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने एक संपूर्ण एवं स्वास्थ्यवर्धक आहार के रूप में पहली बार मान्यता दी है। वॉलनट ऐसा एकमात्र गिरीफल है जो हर औंस में पौधों से प्राप्त 2.5 ग्रा. ओमेगा-3 फैटी एसिड अल्फालिनोलेनि क एसिड का महत्वपूर्ण स्रोत है।
1. वॉलनट के संबंध में सहायक, किन्तु निष्कर्षहीन शोध दर्शाते हैं कि लो-सैचुरेटेड फैट एवं लो कॉलेस्ट्रोल डाइट के रूप में रोज 1.5 औंस वॉलनट खाने से कैलोरी नहीं बढ़ती है और हृदय संबंधित रोगों का जोखिम भी कम हो जाता है।
2. एक औंस वॉलनट से, पौधे से प्राप्त ओमेगा-3 आधारित 2.5 ग्रा. अल्फा-लिनोलेनिक एसिड सहित, 2.5 ग्राम मोनोसैचुरेटिड फैट, 13 ग्रा. पोलीअनसैचुरेटिड फैट सहित 18 ग्रा. फैट प्राप्त होता है। कैलीफोर्निया वॉलनट ही क्यों? एक औंस वॉलनट प्रोटीन और फाइबर पाने का आसान स्रोत है। वॉलनट में प्राकृतिक तौर पर सोडियम, कॉलेस्ट्रोल एवं ग्लूटेन नहीं पाया जाता है। तंदुरुस्त हृदय, डायबिटीज, कैंसर, मानसिक दक्षता, फर्टिलिटी एवं वजन कम करने में वॉलनट किस तरह फायदेमंद हैं, इस पर पिछले 20 से ज्यादा वर्षों से शोध व अनुसंधान जारी है। एक मुट्ठी वॉलनट कभी भी खाया जा सकता है और यह सर्वदा लाभकारी है।
गिरीराज वॉलनट का इतिहास वॉलनट का गुणकारी एवं स्वास्थ्यवर्धक इतिहास हजारों वर्ष पुराना है। मनुष्य 7000 ई. पू. से ज्यादा वर्षों से इससे परिचित है। यह सर्वाधिक पुराना ज्ञात वृक्ष आहार है। बताते हैं कि अंग्रेजी वॉलनट मूलतः प्राचीन पर्शिया पहुंचे थे। पर्शिया में इन्हें शाही लोगों के लिए सुरक्षित रखा जाता था। इसलिए वॉलनट को पर्शियन वॉलनट भी कहा जाता है। यह खाने योग्य गिरी फल जुग्लैन्डेसिया प्रजाति से संबंध रखता है। रोमन इसे जुग्लैन्स रेगिया, ज्यूपिटर का शाही फल कहते थे। चौथी शताब्दी में, प्राचीन रोम निवासियों ने इस गिरीराज का अनेक यूरोपियन देशों में प्रचार-प्रसार किया।
एशिया और मध्य-पूर्व एशिया के बीच रेशम मार्ग सिल्क रूट के जरिये ही वॉलनट का व्यापार होता था। कई कारवां सुदूर देशों में अपने साथ वॉलनट ले जाते थे। समुद्री व्यापार से इसकी लोकप्रियता दुनिया में फैली। अंग्रेज जहाजी व्यापारियों ने दुनियाभर के बंदरगाहों से वॉलनट का व्यापार किया और अंग्रेजी वॉलनट इंग्लिश वॉलनट्स के नाम से विख्यात हो गए, परन्तु इंग्लैंड ने स्वयं वॉलनट को कभी व्यावसायिक तौर पर नहीं उपजाया। आज वॉलनट का व्यापार एक संपूर्ण समृद्ध व्यापार का रूप ले चुका है। हर महीने कैलीफोर्निया से दुनिया-भर में वॉलनट भेजे जाते हैं, साबुत या छिले।
विश्वव्यापी वॉलनट व्यापार का तीन-चौथाई भाग इस देश से होता है। वॉलनट-कैलीफोर्निया मूल 1700 के अंतिम उत्तरार्द्ध में फ्रांसीसकन फादर्स ने कैलीफोर्निया में वॉलनट की खेती की। कैलीफोर्निया में आए आरंभिक वॉनट मिशन वॉलनट कहे जाते थे। व्यापारियों द्वारा आज बेचे जाने वाले वॉलनट के विपरीत ये शुरुआती वॉलनट छोटे और कड़े छिलके वाले होते थे। बाद में वॉलनट के वृक्ष कैलीफोर्निया के जलवायु प्रदेश जैसे भूमध्यसागरीय भू-भागों में फैलते चले गए और 1870 में दक्षिणी कैलीफोर्निया में कई तरह के फलोद्यान के फैलने से आधुनिक वॉलनट उत्पादन की रफ्तार धीमी हो गई।
अगले सात दशकों में कैलीफोर्निया का मूल उत्पादन केंद्र सफलतापूर्वक राज्य के मध्य व उत्तरी भागों में स्थानांतरित हो गया। कैलीफोर्निया का वॉलनट उद्योग गोलेटा स्थित सांता बारबार काउंटी टाउन के फलोत्पादक एवं नर्सरी चालक जोसफ सेक्सटन ने 1867 में अंग्रेजी वॉलनट लगाकर पहली व्यावसायिक खेती आरंभ की थी। आज कैलीफोर्निया अमेरिका में 99 प्रतिशत से अधिक और विश्व व्यापार में तीन-चौथाई वॉलनटों की आपूर्ति करता है। इसका श्रेय 4000 से अधिक ऐसे फैमिली फार्मस को जाता है जो एक शताब्दी से भी अधिक समय से बेहतरीन वॉलनट का उत्पादन पौष्टिकता, स्वाद और गुणों से भरपूर वॉलनट कर रहे हैं।
अधिकतर उत्पादक दो या दो से अधिक पीढियों से वॉलनट की खेती से जुड़े हुए हैं। आधुनिक वॉलनट उद्योग प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से 60, 000 से अधिक रोजगार क्षेत्रों से संबद्ध है। फार्म्स से वॉलनट उगाकर ग्राहकों तक पहुंचाने का सफर अत्यंत कठिन है जिसमें अत्यंत सावधानी व सतर्कता की आवश्यकता होती है। स्वास्थ्य रक्षक वॉलनट वॉलनट को किंग ऑफ नट्स भी कहा जाता है। वॉलनट अनेक प्रकार से सेहत के लिए लाभदायक है। दिल का रखवाला पिछले कई दशकों में हुए अध्ययन में सामने आया है कि वॉलनट हृदय रोग के खतरे को कम करने में मदद करता है। वास्तव में, ऐसे अनेक प्रमाण हैं कि वॉलनट दिल के लिए कई तरह से फायदेमंद है।
यह उन पहले खाद्य पदार्थों में शामिल है जिनके हृदय संबंधी लाभों को संयुक्त राज्य अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन में प्रशिक्षित स्वास्थ्यवर्धक दावे की स्वीकृति प्रदान की है। वॉलनट निम्न तरह से हृदय को रक्षात्मक लाभ प्रदान करता हैः -समूचे कॉलेस्ट्रोल की मात्रा में कमी करना -हानिकारक एलडीएल कॉलेस्ट्रोल को कम करना -लाभदायक एचडीएल कॉलेस्ट्रोल को बढ़ाना -ब्लड प्रेशर कम करना -शोय को कम करना -रक्त वाहिका के कार्य में सुधार करना कांग्रेस ऑन क्लीनिकल, प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी एंड इमेजिंग, 2014 के ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डॉ. एच.के. चोपड़ा के अनुसार, एक वॉलनट खाने से 25 ग्राम अल्फा-लिनोलेनिक एसिड सहित ओमेगा 3-फैटी एसिड की भरपूर मात्रा मिलती है और उन्होंने हृदयघात को दूर रखने के लिए दिन में लगभग एक औंस वॉलनट खाने की सलाह दी।
28 ग्राम वॉलनट में पोषक तत्व -18 ग्रा. फैट -2.5 ग्रा. मोनोसैचुरेटेड फैट -13 ग्रा. पोलीसैचुरेटेड फैट इसमें भरपूर मात्रा में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड पाया जाता है, जो खून के थक्के बनने से रोकने और हृदय रोग के खतरों को कम करने में बहुत मददगार है। वजन कम करना वॉलनट में प्रोटीन, विटामिन, फाइबर और मिनिरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। कई शोधों में सामने आया है कि वॉलनट के नियमित सेवन से मोटापा या वजन नहीं बढ़ता है। 28 ग्रा. वॉलनट में 3 ग्रा. ओमेगा 3 फैटी एसिड, 4 ग्रा. प्रोटीन और 2 ग्रा. फाइबर होता है। वजन कम करने वाले किसी भी सफल वेट मैनेजमेंट प्लान में भरपूर आहार शामिल होने चाहिए और यदि आप भी किसी वेट मैनेजमेंट प्रोग्राम का हिस्सा हैं तो निसंदेह वॉलनट एक उपयुक्त आहार के तौर पर शामिल होना चाहिए।
भरपूर नींद वॉलनट में मेलाटोनिन नामक यौगिक होता है जो शरीर को प्रकाश और अंधेरे के चक्र संबंधी संदेश भेजता है। चूंकि शरीर में मेलाटोनिन पहले से ही मौजूद रहता है इसलिए वॉलनट खाने से इसकी मात्रा में वृद्धि होती है, फलस्वरूप भरपूर नींद आती है। इसलिए वॉलनट खाने से अच्छी नींद ली जा सकती है। मस्तिष्क के लिए उपयुक्त आहार रोज वॉलनट खाने से मस्तिष्क क्षमता में वृद्धि होती है। आश्चर्यजनक रूप से वॉलनट की आकृति भी मस्तिष्क के समान ही होती है। इसमें भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड्स होते हैं, इसलिए इसे ब्रेन फूड भी कहा जाता है।
मस्तिष्क की कोशिकाएं भी फैट निर्मित होती हैं। इसलिए वॉलनट मस्तिष्क को भरपूर मात्रा में पोषाहार पहुंचाता है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। आरम्भिक शोध दर्शाते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने और स्वस्थ रखने में वॉलनट महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह कर सकते हैं। ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रीशियन में प्रकाशित एक एनिमल-मॉडल स्टडी में पाया गया कि पशु आहार में 6ः वॉलनट शामिल करना पशुओं में न केवल उनकी आयुवृद्धि को अपितु मानसिक ह्रास को भी कम करने में सक्षम है। एक अन्य शोध परिणाम बताते हैं कि चूहे के आहार में वॉलनट को शामिल करने से उनमें अल्जाइमर रोग का बढना व खतरा कम हुआ।
कम करें डायबिटीज का खतरा येल ग्रिफिन प्रिवेंशन रिसर्च सेंटर द्वारा हाल ही में आयोजित एक अध्ययन में सामने आया है कि वॉलनट का नियमित सेवन ब्लड ग्लूकोज लेवल को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह धमनियों में रक्त परिसंचरण को नियमित प्रवाहित करता है। एक अन्य अध्ययन में सामने आया है कि सप्ताह में दो बार 28 ग्राम वॉलनट का सेवन करने वाली महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज बढने का खतरा 24ः तक कम हो जाता है। वॉलनट और स्वस्थ हड्डियां स्वस्थ हड्डियों के लिए कैल्शियम युक्त भोजन अनिवार्य होता है। शोध् बताते हैं कि अल्फा-लिनोलेनिक एसिड ओमेगा-3 हड्डियों को स्वस्थ एवं मजबूत रखने में मदद करता है।
वॉलनट और एंटीऑक्सीडेंट्स सीधे प्राप्त परिणामों की समीक्षा के अनुसार वॉलनट एंटीऑक्सीडेंट्स री रेडिकल्स पर नियंत्रण रखने में सक्षम होने के कारण, बढ़ती उम्र पर रोक लगाने में सफल रहते हैं। इसलिए ये कार्डियो वास्कुलर न्यूरोलॉजिकल और एंटीकार्सिनोजेनिक रोगों के साथ-साथ उम्र बढने संबंधी कुछ पुरानी बीमारियों से भी सुरक्षा करने में सहायक होते हैं। वॉलनट में सेलेनियम, मेलाटोनिन, गामा-टोकोफेरोल और कई पॉलीफेनोल्स सहित अनेक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। 2006 में किए गए एक अध्ययन में 1113 विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों की जांच की गई और एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा की दृष्टि से ब्लैकबेरी के बाद वॉलनट दूसरे स्थान पर रहा।
स्पर्म की क्वालिटी करें बेहतर बायोलॉजी ऑफ रिप्रोडक्शन पेपर-इन-प्रेस के ताजा अंक में प्रकाशित शोध रिपोर्ट के अनुसार, रोजाना 75 ग्रा. वॉलनट खाने से, 21-35 वर्ष के स्वस्थ पुरुष समूह में उनके स्पर्म के जीवन शक्ति गतिशीलता एवं आकार में सुधर हुआ। यह उत्साहवर्धक परिणाम दुनियाभर के उन 7 करोड़ दंपतियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जो कम प्रजनन क्षमता या बांझपन से पीडि़त हैं। वास्तव में, ऐसे 30-50 फीसदी मामले पुरुषों में देखने को मिलते हैं और संयुक्त राज्य अमेरिका में पुरुषों की संख्या लगभग 33 लाख से 47 लाख के बीच है। प्रोस्टेट कैंसर के खतरे में कमी वॉलनट ही एक मात्रा ऐसा गिरी फल है जो प्रति औंस 4 ग्रा. की प्रोटीन और 2 ग्रा. फाइबर के साथ-साथ ओमेगा 3 फैट से भरपूर है, जिसे अल्फा-लिनोलेनिक एसिड एएलएल कहा जाता है।
क्येांकि ए एल ए की मात्रा का सीध संबंध हृदय, मस्तिष्क व हड्डियों की सेहत को बेहतर बनाने से है, इसलिए शोधकर्ता अब प्रोस्टेट के स्वस्थ्य एवं प्रजनन क्षमता से इसका महत्वपूर्ण संबंध खोजने में लगे हैं। तो यदि आप संतान चाहते हैं या अपने प्रोस्टेट को लेकर चिंतित हैं तो तुरंत वॉलनट खाने शुरू करने चाहिए। वॉलनट कैसे रखें सुरक्षित -वॉलनट को ताजा एवं स्वादिष्ट बनाए रखने के लिए ठंडी जगह पर रखना चाहिए। गर्म स्थान पर ज्यादा समय तक रखने से वॉलनट बदबूदार और खट्टे हो जाते हैं। गर्मी से वॉलनट का पॉलीसैचुरेटिड फैट बदबू और स्वादहीनता पैदा करता है। वॉलनट को वायुरोधी डिब्बे में लंबे समय तक ठंडी जगह पर रखें। -साबुत वॉलनट खरीदें तो वे भारी होने चाहिए और साथ ही छिलकों पर कोई निशान न हों। -यदि वॉलनट को लंबे समय तक रखना हो तो जिप-लॉक बैग का प्रयोग करें और जिप लॉक बैग को फ्रीजर में रखें। इस तरह से वॉलनट लंबे समय तक रखे जा सकते हैं। किंतु जब वॉलनट को फ्रीजर में रखना हो तो उन्हें फ्रीजर में रखी अन्य खुशबूदार चीजों से दूर रखें अन्यथा वॉलनट उनकी खुशबू एवं स्वाद को सोख सकते हैं।