पीजी मेडिकल छात्रों को लेकर, भारतीय चिकित्सा परिषद की अहम घोषणा
October 17, 2019
नयी दिल्ली, भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) ने सभी स्नातकोत्तर (पीजी) मेडिकल छात्रों को लेकर अहम घोषणा की है।
भारतीय चिकित्सा परिषद की शक्तियां प्राप्त एक निदेशक मंडल ने प्रस्ताव किया है कि सभी स्नातकोत्तर (पीजी) मेडिकल छात्रों को अंतिम परीक्षा में बैठने की योग्यता हासिल करने के लिये जिला अस्पतालों में कम से कम तीन महीने सेवाएं देनी होंगी।
फिलहाल, स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों के छात्र तीन महीने की अनिवार्य इंटर्नशिप के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों या शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों से जुड़ते हैं।
निदेशक मंडल ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को यह प्रस्ताव लागू करने के संबंध में दिशानिर्देश जारी तैयार करने के लिये पत्र लिखा है। साथ ही उसने मांग की है कि प्रावधानों को अगले अकादमिक सत्र से प्रभावी किया जाए।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ” इस कदम का उद्देश्य देश की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में भविष्य के चिकित्सा विशेषज्ञों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है। इसके अलावा इससे ग्रामीण और सुदूर इलाकों के जिला अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को पूरा करने और ऐसे अस्पतालों में सेवाओं को बेहतर बनाने करने में मदद मिलेगी।”