कोरोना महामारी के कारण देश भर में 21 दिन की पूर्णबंदी (लॉकडाउन) लागू है और सरकार ने लोगों से घरों में ही रहने को कहा है।
राजनाथ सिंह ने सशस्त्र सेनाओं और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोरोना से निपटने के लिए मंत्रालय की कार्ययोजना पर चर्चा की।
उन्होंने सशस्त्र सेनाओं और मंत्रालय के अधिकारियों से संकट की इस घडी में सरकार और प्रशासन की मदद के लिए पूरी तरह तैयार रहने को कहा। अधिकारियों ने रक्षा मंत्री को मंत्रालय और सेनाओं द्वारा किये गये कार्यों तथा मदद की जानकारी दी।
सशस्त्र सेनाओं ने संक्रमण वाले देशों से लाये गये भारतीयों को अपने क्वारेन्टीन सेंटरों में रखा है। वायु सेना ने भारतीयों को लाने के लिए चीन, जापान और ईरान जैसे देशों में उडान भरी है। रक्षा मंत्री ने उनकी सराहना करते हुए राष्ट्रीय अभियान में मदद के सिलसिले को जारी रखने को कहा।
सशस्त्र सेनाओं के क्वारेन्टीन सेंटरों में अब तक 1462 लोगों को लाया गया है जिनमें से 389 को उनके घरों में भेजा जा चुका है जबकि 1073 की मानेसर, हिंडन,जैसलमेर, जोधपुर और मुंबई स्थित क्वारेन्टीन सेंटरों में देखभाल की जा रही है। इसके अतिरिक्त भी 950 बिस्तरों वाले क्वारेन्टीन सेंटर आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन डीआरडीओ ने 20000 लीटर सेनेटाइजर बनाया है जिसमें से 10 हजार लीटर दिल्ली पुलिस और अन्य संगठनों को दिया गया है। उसने दिल्ली पुलिस को दस हजार मास्क भी दिये हैं। वह कुछ कंपनियों के साथ मिलकर व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण और वेंटीलेटर बनाने का विचार कर रहा है।
श्री सिंह ने सभी संगठनों से केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और अन्य संबंधित विभागों के साथ तालमेल बनाते हुए कोरोना के कारण उत्पन्न स्थिति से निपटने में सहयोग करने का निर्देश दिया।
बैठक में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, रक्षा सचिव , तीनों सेनाओं के प्रमुखों और अन्य अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।