नयी दिल्ली , सरकार ने स्वीकार किया है कि लॉक डाउन के कारण उद्योगों का कचरा गंगा में नही जा रहा है जिसके कारण गंगा जल स्वच्छ हो गया है और अब लॉकडाउन के बाद इस स्वच्छता को बनाए रखने की ज़रूरत है।
राष्ट्रीय गंगा स्वच्छता मिशन-एनएमसीजी के अध्यक्ष राजीव रंजन मिश्रा ने नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत नदियों के रखरखाव को लेकर अयोजित एक कार्यक्रम को संवोधित करते हुए कि कोरोना का प्रसार रोकने के लिए करीब डेढ़ महीने से जारी लॉकडाउन के कारण सरकार के नमामि गंगे कार्यक्रम को सफलता मिली है और इस दौरान गंगा निर्मल हुई है लेकिन अब असली चुनौती लॉकडाउन खुलने के बाद गंगा की इस निर्मलता को बनाये रखने की है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में गंगा के किनारे स्थापित उद्योग बंद है और नदी में इन कारखानों का कचरा गिरना रुक गया है। इसके साथ ही पर्यटक नहीं आ रहे है और इसके तट पर श्रद्धालुओं द्वारा गंदगी नही फैलाई जा रही है।
श्री मिश्रा ने कहा कि लॉक डाउन से यह स्पष्ट हो गया है कि यदि हम इसी तरह से संयमित रहे तो गंगा को निर्मल बनाया जा सकता है। इसके लिए शहरी जीवन के कुछ नियम बनाने की जरूरत हावी ताकि गंगा को साफ रखा जा सके।