वाराणसी, उत्तर प्रदेश में वाराणसी के डीजल रेल इंजन कारखाना (डीरेका) ने एक ऐसी रिमोट संचालित मशीन ईजाद की है जो कोरोना संक्रमित मरीजों के बिस्तरों तक दवा,पानी,भोजन, चादर एवं इलाज संबंधी अन्य जरुरी चीजें पहुंचाने के साथ ही डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की सेहद की सुरक्षा के साथ महामारी से जंग लड़ने में बेहद कारगर साबित हो सकती है।
डीरेका के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नितिन मेहरोत्रा मंगलवार को बताया कि लोको डिवीजन द्वारा केन्द्रीय अस्पताल में इसोलेटेड रोगियों की सेवा के लिए रिमोट से नियंत्रित मेडिकल ट्रॉली ‘मेडबोट’ का सफल परीक्षण किया है। इससे कारोना संक्रमित मरीजों को सुरक्षित दूरी पर रहते हुए कई तरह की सेवाएं आसानी से उपलब्ध करायी जा सकती हैं।
उन्होंने बताया कि खास तरह की इस ट्रॉली मशीन को डीरेका लोको डिवीजन द्वारा ‘इन-हाउस डिजाइन’ एवं तैयार किया गया है। मशीन में कैमरे एवं माइक की व्यवस्था की गई है। यह ट्रॉली मरीजों को दवाइयां, पानी, भोजन, चादर आदि पहुंचाने में मदद कर सकती है।
श्री मेहरोत्रा ने बताया कि महामारी के शिकार मरीज ‘मेडबोट’ के माध्यम से संबंधित डॉक्टर से बातें भी कर सकते हैं। यह ट्रॉली मरीजों और चिकित्सकों के बीच दूरी बनाने में सहायक होगी।
उन्होंने बताया कि ट्रॉली मशीन में सुधार करते हुए कुछ और सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं ताकि मोबाइल ऐप के माध्यम से यह रोगियों एवं रिश्तेदारों के बीच दूर से बातचीत का सरल माध्यम बन सके।
श्री मेहरोत्रा ने बताया कि कोराना महामारी के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान डीरेका ने इस खास मशीन तैयार कर अनुकरणीय कार्य किया है। इससे महामारी से लड़ने में काफी मदद मिल सकती है।