लखनऊ, कहते हैं कि प्रेम को कोई सरहद, बाधा रोक नहीं सकती। अटूट प्रेम का ऐसा ही एक उदाहरण कानपुर देहात की युवती ने पेश किया।
लाॅकडाउन के चलते कैंसल हुई शादी करने की जिद में युवती पैदल ही कानपुर देहात से कन्नौज के लिए निकल पड़ी। 80 किमी के सफर को तय कर पहुंची युवती ने अपने मंगेतर के साथ मंदिर में विवाह कर प्रेम के इस सफर को अंजाम दिया।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि कानपुर देहात के मंगलपुर क्षेत्र के लक्ष्मनपुर तिलक निवासी गोरेलाल की 20 वर्षीय बेटी गोल्डी की शादी कन्नौज जिले के थाना तालग्राम के बैसापुर निवासी रघुवीर पुत्र वीरेन्द्र कुमार के साथ तय हुई थी। दोनाें की रूकाई भी हो चुकी थी। शादी के कार्ड भी छप चुके थे और दोनों की शादी चार मई 2020 को होने थी।
इसी बीच लड़की के घर वालों का वीरेंद्र के साथ शादी करने का इरादा बदल गया और उन्होंने शादी करने से इंकार कर दिया। वहीं दूसरी ओर गोल्डी और वीरेंद्र का प्रेम परवान चढ़ चुका था। दोनों ने सात जन्मों के बंधन को निभाने का फैसला ले लिया था।
अब सात जन्मों के सफर को पूरा करने के लिए युवती बुधवार को पैदल ही अपने मंगेतर के घर के लिए निकल पड़ी। भीषण गर्मी व अनेक बाधाओं को पार करते हुए युवती तालग्राम के बैसापुर गांव पहुंचीं। अपनी दुल्हनिया को देख वीरेन्द्र का खुशी का ठिकाना नहीं रहा। फिर क्या था वीरेन्द्र के परिजनों की सहमति से दोनों की गाँव के पास बने प्राचीन मंदिर में शनिवार को शादी संपन्न हुई ।