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कैसे मुकेश अंबानी विश्व के दस सबसे धनाढ्य लोगों की सूची में हुये शामिल ?

नयी दिल्ली, उद्योगपति मुकेश अंबानी विश्व के दस सबसे धनाढ्य लोगों की सूची में शामिल हो गयें हैं। सवाल उठता है कि आखिर इसके पीछे क्या कारण है?

जियो प्लेटफॉर्म्स में आए निवेश और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयर की कीमत रिकॉर्ड शिखर पर पहुंचने से मुकेश अंबानी विश्व के दस सबसे धनाढ्य लोगों की सूची में शामिल हो गए हैं। फोर्बस की रियल टाइम अरबपतियों की सूची में मुकेश अंबानी 9वें स्थान पर काबिज हैं। रियल टाइम अरबपतियों की सूची उनकी दिन प्रतिदिन की संपत्ति के आंकलन के आधार पर जारी की जाती है।

एशिया के सबसे धनाढ्य श्री अंबानी की रिलांयस इंडस्ट्रीज के शेयर की शुक्रवार को रिकार्ड कीमत और जियो प्लेटफॉर्म्स में 115693.93 करोड़ के निवेश से उनकी कुल संपत्ति बढ़कर साढ़े चौंसठ अरब डालर के बराबर हो गई , जिससे वह दुनिया के दस सबसे अमीर लोगों के क्लब में भी शामिल हो गए हैं।

पहले 10 में अमेरिकी अरबपतियों का बोलबाला है। अमेरीका के सात अरबपति पहले 10 में शामिल हैं। अमेजन के मालिक जेफ बोजेस पहले नंबर पर हैं। इसके अलावा फ्रांस और स्पेन का भी एक – एक अरबपति पहले 10 में शामिल हैं। मुकेश अंबानी एशिया के एक मात्र धनकुबेर हैं जो दुनिया के सबसे दस अमीर लोगों में शामिल हैं। चीन का एक भी अरबपति पहले 10 में नहीं है। चीन के मा हुआतेंग 19वें स्थान पर हैं।

श्री अंबानी ने कल ही रिलायंस इंडस्ट्रीज को लक्ष्य से नौ महीने पहले पूरी तरह से कर्जमुक्त होने का ऐलान किया था। रिलायंस को तय समय से पहले कर्जमुक्त करने में फेसबुक समेत दस निवेशकों के निवेश का मुख्य योगदान है।

उनकी रिलायंस इंडस्ट्रीज में 42 फीसदी हिस्सेदारी है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर की शुक्रवार को कीमत 107.30 रुपए अर्थात 6.48 प्रतिशत बढ़कर 1763.20 रूपये हो गयी। इस वर्ष तेईस मार्च को कंपनी के शेयर की कीमत 867.20 रुपए थी और मात्र 59 कारोबारी दिवसों में दुगुनी से अधिक हो गई। रिलायंस 11 लाख करोड रुपये बाजार पूंजीकरण वाली पहली कंपनी भी बन गई।

श्री अंबानी ने 12 अगस्त 2019 को आरआईएल को मार्च 2021 तक रिणमुक्त करने का लक्ष्य तय किया था और इस वर्ष 31 मार्च तक समूह पर एक लाख 61 हजार 35 करोड रुपए का शुद्ध रिण था। कंपनी ने दस निवेशकों के ग्यारह प्रस्तावों और राईट इश्यू से कोरोना वायरस महामारी की वजह से लाकडाउन के बावजूद मात्र 58 दिन में कुल एक लाख 68 हजार 818 करोड रुपये जुटा लिये जो उसके शुद्ध रिण की तुलना में अधिक राशि है।

कंपनी ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 11 निवेश प्रस्तावों में 24.70 प्रतिशत इक्विटी बेचकर एक लाख 15 हजार 693 करोड 93 लाख रुपए जुटाये। इसके अलावा 30 वर्षों में पहली बार लाए राईट इश्यू से 53124.20 करोड रुपये की राशि है। किसी गैर वित्तीय संस्थान के दस वर्षों में आए राईट इश्यू को लाॅकडाउन की वजह से तरलता की तंगी के बावजूद आकार की तुलना में 1.59 गुना अधिक अभिदान मिला। कंपनी ने पंद्रह शेयरों पर एक शेयर राईट इश्यू पर दिया है।

रिलायंस की पेट्रो संयुक्त उद्यम में बीपी को बेची इक्विटी को मिलाकर कुल जुटाई रकम 1.75 लाख करोड रुपये से अधिक हो गई है।