लखनऊ, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एच सी अवस्थी एवं पुलिस मुख्यालय के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने कानपुर नगर के चौबेपुर क्षेत्र में कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति प्राप्त आठ पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की ।
इस मौके पर श्री अवस्थी ने कहा कि दो एवं तीन जुलाई की रात्रि को जिले कानपुर नगर के चौबेपुर क्षेत्र में एक गैंगस्टर की गिरफ्तारी के लिए गई पुलिस टीम के साथ हुई मुठभेड़ में हमारे साथी पुलिस उपाधीक्षक बिल्हौर देवेन्द्र मिश्र, महेश यादव उप निरीक्षक, अनूप कुमार सिंह उपनिरीक्षक, नेबू लाल उपनिरीक्षक जितेन्द्र पाल आरक्षी सुलतान सिंह आरक्षी, बबलू कुमार आरक्षी एवं राहुल कुमार आरक्षी वीरगति को प्राप्त हुये।
इस दुखद बेला में इन सभी वीरगति को प्राप्त पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि इनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करें एवं उनके शोकाकुल परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करेें।
इसके साथ ही हम ईश्वर से यह भी प्रार्थना करते हैं कि घायल हुये कौशलेन्द्र प्रताप सिंह थानाध्यक्ष बिठूर ,सुधाकर पाण्डेय उपनिरीक्षक, अजय सिंह सेंगर आरक्षी,अजय कुमार कश्यप आरक्षी, शिवमूरत निषाद आरक्षी एवं जयराम होमगार्ड शीघ्र स्वस्थ हों।
गौरतलब कि कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र के विकरू गांव में वादी राहुल तिवारी निवासी जादेपुर परसा ने चौबपुर कानपुर नगर द्वारा दो जुलाई को थाना चौबेपुर पर धारा 147/148/504/323/364/342/307 भादवि व 7 सीएलए एक्ट बनाम विकास दुबे निवासी ग्राम विकरू ,सुनील कुमार,बालगोविन्द ,शिवम दुबे एवं अज्ञात के विरूद्ध पंजीकृत कराया गया था। जिसमें अभियुक्तगणों को पकड़ने के लिये रात्रि में क्षेत्राधिकारी बिल्हौर देवेन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में थानाध्यक्ष शिवराजपुर महेश यादव, थानाध्यक्ष चौबेपुर विनय तिवारी एवं थानाध्यक्ष बिठूर कौशलेन्द्र प्रताप सिंह तथा अन्य पुलिसजनों की संयुक्त टीम गांव विकरू गयी थी।
उसी दौरान नामजद आरोपियों के अलावा अन्य बदमाशों ने पुलिस टीम को घेरकर अपने घर की छतों से जान से मारने की नियत से फायरिंग की, जिसमें दबिश टीम में गये क्षेत्राधिकारी देवेन्द्र मिश्रा सहित आठ पुलिसजन शहीद हो गये तथा थानाध्यक्ष बिठूर कौशलेन्द्र प्रताप सिंह सहित छह पुलिसकर्मी गम्भीर रूप से घायल हैं, साथ ही विकास बाबू नामक व्यक्ति भी घायल है।
इस दौरान बदमाश पुलिस के असलहे भी लूटे गये हैं, जिसमें एके-47 राइफल-01, इंसास राइफल-01, ग्लाक पिस्टल-01, 09 एमएम पिस्टल-02 हैं, बदमाशों की तलाश के लिए पुलिस टीम द्वारा काम्बिग कर तलाश एवं दबिश दी जा रही है।
शहीद पुलिस उपाधीक्षक 59 वर्षीय देवेन्द्र मिश्रा बांदा जिले के महेवा गांव के रहने वाले हैं। दूसरा शहीद 42 वर्षीय उपनिरीक्षक महेश कुमार यादव रायबरेली जिले के वनपुरवा गांव के रहने वाले हैं और शिवराजपुर के थाना प्रभारी थे। शहीद उपनिरीक्षक 32 वर्षीय अनूप कुमार सिंह प्रतापगढ़ जिले के बेलखरी गांव के रहने वाले थे और मंधना चौकी प्रभारी थे। शिवराजपुर थाने में तैनात चौथे शहीद उपनिरीक्षक 48 वर्षीय नेबू लाल प्रयागराज जिले के मीती गांव के रहने वाले थे।
इनके अलावा चार शहीद आरक्षियों में 26 वर्षीय जितेन्द्र पाल बिटूर थाने में तैनात थे । वह मथुरा जिले के बरारी गांव के रहने वाले थे जबकि चौबेपुर थाने में तैनात 35 वर्षीय आरक्षी सुल्तान सिंह झांसी जिले के मऊरानीपुर दलील चौक के रहने वाले थे। बिठूर थाने में तैनात सातवां शहीद आरक्षी 23 वर्षीय बबलू कुमा आगरा जिले के पोखर पाण्डेय नगलालोहिया गांव के रहने वाले थे तथा इसी थाने में तैनात आठवां 24 वर्षीय शहीद कांस्टेबल राहुल कुमार गाजियाबाद जिले के मोदीनगर का रहने वाला था।
इस घटना में घायलो में बिठूर थाने में तैनात उपनिरीक्षक कौशलेन्द्र सिंह के अलावा उपनिरीक्षक सुधाकर पाण्डे चौबेपुर थाने में तैनात हैं। घायल आरक्षियों में चौबेपुर थाने में तैनात शिवमूरत निषाद के अलावा बिठूर थाने में तैनात आरक्षी अजय सिंह सेंगर ,अजय कुमार कश्यप के अलावा शिवराजपुर थाने में तैनात होमगार्ड जयराम कटियार शामिल है। सातवां घायल विकास बाबू निवासी गाडीपुरवा इटावा का रहने वाला है।
इस घटना के बाद पुलिस द्वारा घेराबंदी करके किए गए कांम्बिक आपरेशन में दो अपराधी मारे गये। उनकी शिनाख्त प्रेम प्रकाश और अतुल कुमार के रुप में की गई । दोनों विकरू गांव के रहने वाले हैं।