नयी दिल्ली, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दूरस्थ शिक्षा-शिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन सोमवार को छात्रों और अभिभावकों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है।
श्री सिसोदिया ने इस पहल की सफल शुरुआत के लिए शिक्षकों और अभिभावकों को बधाई दी। उन्होंने माता-पिता से अनुरोध किया कि वे इस पहल में सरकार का साथ देते रहें, ताकि हर बच्चा सीख सके। उन्होंने यह भी कहा कि बड़ी संख्या में छात्रों और उनके माता-पिता ने इस महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने में बहुत रुचि दिखाई है। इससे उन शिक्षकों का विश्वास बढ़ा है, जो हर बच्चे तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
पिछले सप्ताह स्कूलों के बंद होने के कारण जुलाई माह के लिए दिल्ली सरकार ने दूरस्थ शिक्षा-शिक्षण कार्यक्रम को शुरू करने की घोषणा की थी। आज उस मॉडल के लागू होने का पहला दिन था, जिसमें शिक्षा विभाग विभिन्न रणनीति के जरिए दिल्ली सरकार के स्कूलों में केजी से 12वीं ग्रेड तक के सभी छात्रों तक पहुंचा है।
केजी से ग्रेड 8 तक के छात्रों ने आज पहली वर्कशीट प्राप्त की, जो अब उन्हें हर दिन मिला करेगी। इसमें बच्चों के बीच पढ़ने, लिखने, सामान्य संख्या और हैप्पीनेस को बढ़ावा देने के लिए आकर्षक पाठ्यक्रम सहित गतिविधियां शामिल हैं। इसी तरह, ग्रेड 9 और 10 में छात्रों को हिंदी, विज्ञान और गणित के लिए वर्कशीट दी गई। इसके बाद, उन्हें प्रतिदिन 2-3 वर्कशीट दी जाएगी।
कक्षा के शिक्षकों ने कक्षा स्तर पर बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सभी वर्कशीट को छात्रों से साझा किया। पहले दिन लगभग 4.15 लाख छात्रों ने वर्कशीट का उपयोग किया है। छात्र वर्कशीट्स पर काम करेंगे और इसे अपने शिक्षकों के साथ संबंधित व्हाट्सएप ग्रुपों पर साझा करेंगे। जिन छात्रों की व्हाट्सएप तक पहुंच नहीं है, उनको अपने माता-पिता के माध्यम से शिक्षकों द्वारा इन वर्कशीट के प्रिंटआउट मिलेंगे और उन्हें साप्ताहिक रूप से वापस सौंपना होगा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे शिक्षकों ने वर्कशीट को बनाने और वितरित करने के लिए बहुत मेहनत की है, ताकि स्कूली छात्रों में सीखने सिखाने की गतिविधि जारी रहे। 12वीं ग्रेड के छात्रों की ऑनलाइन क्लासेज भी आज से शुरू हो गई। पहली कक्षा आज अंग्रेजी और इतिहास की थी। यह कक्षाएं यूट्यूब पर लाइव प्रसारित की गई थीं और छात्रों ने अपने सवाल को यूट्यूब पर ही कमेंट करके पूछा, जिनका शिक्षकों ने समाधान किया। अंग्रेजी के लिए, आज के सत्र का विषय ‘औपचारिक पत्र’ था, जबकि इतिहास के लिए विषय ‘विचारक, विश्वास और निर्माण’ था। लगभग 23,000 छात्रों ने यूट्यूब पर लाइव कक्षाएं ली और शिक्षकों ने यूट्यूब पर कमेंट में प्राप्त सवालों का जवाब दिया। रिपोर्ट के लिखे जाने तक, यूट्यूब पर वीडियो को 1.35 लाख से अधिक लोगों द्वारा देखा जा चुका था।
उन्होंने कहा कि छात्रों को रचनात्मक रूप से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जुड़ना बहुत महत्वपूर्ण है और हमारे शिक्षकों ने एक बहुत ही आकर्षक सामग्री बनाई है।