झांसी , उत्तर प्रदेश के झांसी में नोवल कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है । बढ़ते संक्रमण के प्रसार पर रोकने के लिए जहां प्रशासन अब सड़कों पर पसीना बहा रहा है वहीं महानगर के 72 कंटेेंनमेंट जोन में कोरोना मरीजों की संख्या में दिनोंदिन इजाफा हो रहा है।
रविवार की शाम जानकारी देते हुए जिला अधिकारी आन्द्रा वामसी ने बताया कि 19 जुलाई को कुल 1044 लोगों के सैंपल लिए गए थे। इनमें से पुराने कंटेनमेंट जोन में से 83 लोगों के नमूने पाॅजिटिव पाए गए हैं। इसके साथ ही जिले में कुल मरीजों की संख्या 1177 हो गई है जबकि अब तक 368 लोग कोरोना से जंग जीतकर अपने घरों को लौट गए हैं। यही नहीं आज तीन कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की मौत के साथ मौत का आंकड़ा भी बढ़कर 48 जा पहुंचा है। हांलांकि मृत्यु दर 4.1 प्रतिशत ही है। जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 760 है।
यह सब तब हो रहा है जबकि जिले के आला अधिकारी सड़कों पर उतरकर घंटों मशक्कत करते हुए लोगों के साथ सख्ती से पेश आ रहे हैं। और साप्ताहिक दो दिवसीय लाॅकडाउन का पालन कराने के लिए सभी तरीके अपना रहे हैं। इस संबंध में जिलाधिकारी ने कहा कि मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है यह चिंता का विषय नहीं है। जांच का दायरा बढ़ने से मरीजों की संख्या में इजाफा दिखायी दे रहा है लेकिन लोग जानबूझकर नियमों को ताक पर रखकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं यह अधिक चिंतनीय है। इस पर लोगों को ध्यान देना चाहिए। कम से कम अपनी नही तो अपने परिवार के लोगों के लिए तो नियमों को ध्यान में रखते हुए घर से बाहर तभी निकलें जब जरुरत हो।
जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या तो चिंता का विषय है ही पर उससे भी अधिक चिंता का विषय इस समय रिकवरी रेट में तेजी न आना है। यहां पर मरीजों का रिकवरी रेट 33 प्रतिशत से भी कम है जबकि देश में लोगों के स्वस्थ होने का प्रतिशत 63 से अधिक है। यह वाकई चैकाने वाला है। हालांकि इसको लेकर जिला मुख्यालय से लेकर प्रदेश मुख्यालय तक के अधिकारी मंथन में जुटे हुए हैं।