जमशेदपुर, भारत और पाकिस्तान के बीच बिगड़तेे रिश्ते और जम्मू-कश्मीर के उड़ी में सीमा पार से आतंकवादियों द्वारा 18 भारतीय सेना के जवानों की हत्या पर कांग्रेस ने आज कहा कि सरकार का जोर मुसीबत-ग्रस्त घाटी में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने पर होना चाहिए।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अजय कुमार ने जमशेदपुर में कहा कि घाटी में पिछले 75 दिनों से कर्फ्यू लागू है। ऐसे में सरकार का प्रयास होना चाहिए कि कश्मीर में शांति और सामान्य स्थिति लौट आए। कश्मीर समस्या को जल्द से जल्द सामान्य स्थिति में लाने के लिए संविधान को ध्यान में रखते हुए हल किया जाना चाहिए। संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि घाटी में सामान्य स्थिति जल्द लौटने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। कुमार ने मांग की है कि घाटी में हिंसा भड़काने वाली ताकतों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण रिश्ते के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को हर संभव तरीके से इस समस्या से पार पाना होगा। यह हमारी समस्या है और इसका हल निकालने के लिए अमेरिका और चीन जैसे देशों से उम्मीद नहीं करनी चाहिए। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर पाकिस्तान से राजनयिक स्तर की वार्ता पर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि इस पर सरकार को फैसला करना होगा। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व को पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने के लिए एकजुट करने के लिए भारत को प्रयास करना चाहिए। पाकिस्तान पर यह प्रतिबंध तब तक लगा रहना चाहिए जब तक पाकिस्तान आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कोई कदम नहीं उठाता। कुमार ने कहा दो पड़ोसी देशों के बीच तनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम्मेदार हैं। 2004 और 2014 के बीच जब संप्रग सरकार सत्ता में थी तब भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों इस कदर तनाव नहीं पैदा हुआ थे। पाकिस्तान पर मोदी की लंबी वार्ता और सरकार की गलत विदेश नीति वर्तमान स्थिति के लिए जिम्मेदार है।