नयी दिल्ली , पद्म श्री से सम्मानित 20 प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता एक ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से सांसदों को अपने काम से अवगत करायेंगे और उन्हें प्रेरित करेंगे।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज संसदीय सौध विस्तार भवन में संसदीय लोकतन्त्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित इस पाँच दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में भाग ले रहे पद्म पुरस्कार से सम्मानित जनों ने राष्ट्र-निर्माण के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और श्रेष्ठ पद्धतियों, विषय-विशेष संबंधी जानकारी तथा विकास के मॉड्यूल संसद सदस्यों के साथ साझा करने से देशभर में नवोन्मेषी, सहभागितापूर्ण और सतत विकास सुनिश्चित होगा।
कार्यक्रम के तहत प्रत्येक दिन पूर्वाह्न 10.30 से अपराह्न 02.00 तक पद्म पुरस्कारों से सम्मानित चार व्यक्ति 45-45 मिनट की ऑनलाइन प्रस्तुति देंगे।
इस प्रस्तुतिकरण का उद्देश्य माननीय संसद सदस्यों को देशभर के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए श्रेष्ठ कार्यों से अवगत कराना है, जिन्हें उचित और अनुकूल समझे जाने पर माननीय संसद सदस्य अपने संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए आदर्श के रूप में अपना सकते हैं। पद्म पुरस्कारों से सम्मानित व्यक्ति माननीय संसद सदस्यों को उनके निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसी पहल करने में मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करेंगे।
फल की इच्छा किये बिना कर्म करने के भगवद् गीता के उपदेश का उल्लेख करते हुये श्री बिरला ने कहा कि दूसरों की सेवा करना हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। कोविड-19 महामारी के दौरान भी जनता के सामूहिक प्रयासों ने जरूरतमंदों को समय पर सहायता सुनिश्चित किया और इससे अन्य राष्ट्रों को भी सकारात्मक संदेश पहुंचा।
महात्मा गाँधी की सीख को याद करते हुए कि उन्होंने कहा कि परोपकार करके ही आत्मानुभूति की जा सकती है। आगामी पाँच दिनों में इस मंच के माध्यम से संवाद और चर्चा से सदस्य बहुमूल्य और सूचनापरक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने आशा जताई कि यह कार्यक्रम समाज में नया बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा और सांसदों को मानव-केन्द्रित विकास की ओर अग्रसर करेगा।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में लोक सभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह ने स्वागत भाषण दिया। प्रस्तुतियां देने वाले पद्म पुरस्कार से सम्मानित व्यक्तियों में श्री सुंदरम वर्मा (पद्मश्री 2020); श्रीमती ट्रिनिटी साईओ (पद्म श्री 2020); श्री राधामोहन और सुश्री साबरमती (पद्म श्री 2020); श्री वेंकटेश्वर राव यद्लपल्ली (पद्म श्री 2019); श्री भारत भूषण त्यागी, (पद्म श्री 2019); श्री गेनाभाई दरगाभाई पटेल (पद्म श्री 2017); श्री रमेश बाबाजी महाराज पटेल (पद्म श्री 2019); सुश्री राहीबाई सोमा पोपेरे (पद्म श्री 2020); डॉ रजनीकांत (पद्म श्री 2019); श्री विमल कुमार जैन पटेल (पद्म श्री 2020); श्री एस. रामकृष्णन (पद्म श्री 2020); श्री जावेद अहमद टाक (पद्म श्री 2020); डॉ. अनिल प्रकाश जोशी (पद्म भूषण 2020); श्री हिम्मत राम भांभू (पद्म श्री 2020); श्री कल्याण सिंह रावत (पद्म श्री 2020); श्री रोमुलस व्हिटेकर (पद्म श्री 2018); श्री पोपटराव भागूजी पवार (पद्म श्री 2020); संत बलबीर सिंह सीचेवाल (पद्म श्री 2017); श्रीमती मदुरै चिन्ना पिल्लई (पद्म श्री 2019); श्री महेश शर्मा (पद्म श्री 2019)।