मुंबई, वैश्विक स्तर से मिले मिश्रित संकेतों के बीच घरेलू स्तर वाहनों की बिक्री में आयी तेजी और आर्थिक गतिविधियों के पटरी पर लौटने की उम्मीद में बीते सप्ताह हुयी लिवाली के बल पर शेयर बाजार नये शिखर पर पहुंच गया और अगले सप्ताह भी बाजार में तेजी बने रहने की संभावना जतायी जा रही है लेकिन छोटे निवेशकों को सर्तकता बरतने की सलाह दी गयी है।
समीक्षाधीन अवधि में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1690.88 अंकों की साप्ताहिक बढ़त लेकर 54 हजार अंक के स्तर को पार करते हुये 54277.72 अंक पर रहा। इस दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 489.15 अंकों की तेजी के साथ 16252.20 अंक पर रहा।
दिग्गज कंपनियों की तुलना में छोटी और मझौली कंपनियों में कम साप्ताहिक लिवाली दिखी। इस अवधि में बीएसई का मिडकैप 117.50 अंक बढ़कर 23204.72 अंक पर और स्मॉलकैप 19.3 अंक उठकर 26805.92 अंक पर रहा।
विश्लेषकों का कहना है कि बीते सप्ताह शेयर बाजार में और अधिक तेजी देखी जा सकती थी लेकिन सप्ताहांत पर देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज और फ्यूचर रिटेल के बीच हुये सौदे के खिलाफ आये उच्चतम न्यायालय के निर्णय से बाजार गिरावट में रहा। शुक्रवार को रिलायंस में सबसे अधिक दो फीसदी से अधिक की गिरावट हुयी थी।
विश्लेषकों के अनुसार हालांकि सरकार के आयकर कानून में संशोधन कर संशोधनों को पूर्ववर्ती तिथि से लागू करने के नियम में बदलाव करने के निर्णय का बाजार ने स्वागत किया है। इससे केर्यन एनर्जी और वोडोफोन के साथ जारी कर विवाद जैसे मामलों में कंपनियों को राहत मिलेगी क्योंकि अब पूर्ववर्ती तिथि से कर नहीं वसूला जायेगा।
विश्लेषकों के अनुसार अगले सप्ताह भी बाजार में तेजी देखी जा सकती है क्योंकि रिजर्व बैंक के नीतिगत दरों को यथावत रखने से ऑटो, रियल्टी और टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुयें बनाने वाली कंपनियों के कारोबार में बढोतरी होने की उम्मीद की जा रही है। हालांकि विश्लेषकों ने निवेशकों विशेषकर छोटे निवेशकों से इस तेजी के सतर्कता बरते हुये निवेश करने की सलाह दी है क्योंकि विदेशी निवेशक किसी भी समय मुनाफावसूली कर सकते हैं जिससे बाजार में करेक्शन देखा जा सकता है।