न्यूयॉर्क, दुनिया की शीर्ष महिला शतरंज खिलाडि़यों ने अगले वर्ष तेहरान में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के बहिष्कार की धमकी दी है। ऐसी धमकी इसलिए दी गई है क्योंकि इन्हें स्पर्धा के दौरान हिजाब पहनना अनिवार्य रहेगा। ईरान में यदि किसी महिला ने हिजाब नहीं पहना तो उसे गिरफ्तार किया जाता है या दंडित किया जाता है, इसके चलते इन महिला खिलाडि़यों को हिजाब पहनने को कहा गया है। अमेरिकी चैंपियन नाजी पाइकिजे ने हिजाब पहनने की बाध्यता को लेकर स्पर्धा के बहिष्कार की धमकी है। पैन अमेरिकन चैंपियन कार्ला हेरेडिया ने भी इस तरह के कदम का विरोध किया है। विश्व शतरंज महासंघ (फीडे) पर महिला अधिकारों की रक्षा में असफल होने का आरोप लगाया जा रहा है।
अमेरिकी चैंपियन नाजी ने कहा, महिलाओं के इस सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट को ऐसे देश में कराया जाना अस्वीकार्य है, जहां महिलाएं बगैर हिजाब के खेल नहीं सकती हैं। ऐसी जगह महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं मानी जा सकती है। यदि स्थिति में बदलाव नहीं आया तो मेरा इस टूर्नामेंट में नहीं खेलना लगभग तय है। ईरान में 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद से महिलाओं के लिए हिजाब अनिवार्य कर दिया गया है। देश में किसी महिला को बगैर हिजाब पाए जाने पर गिरफ्तार करने, दंडित करने या फटकार लगाए जाने का नियम है। पैन अमेरिकन चैंपियन कार्ला ने कहा कि कोई संस्था, कोई सरकार या चेस महांसघ को महिलाओं को हिजाब पहनने के लिए बाध्य नहीं करना चाहिए। खेल को सेक्स, धर्म या रंगभेद से मुक्त रखा जाना चाहिए। अमेरिकी ग्रैंडमास्टर सुसान पोल्गर ने कहा कि खिलाडि़यों को सांस्कृतिक अंतर का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों में खेलती हूं तो वहां की संस्कृति के हिसाब से कपड़ें पहनती हूं, इसके लिए मुझे कोई मजबूर नहीं करता है, लेकिन मैं वहां की संस्कृति के सम्मान के प्रति ऐसा करती हूं। यदि सभी खिलाडि़यों के लिए हिजाब पहनना जरूरी है तो मुझे इसमें कोई परेशानी नहीं है।