ओस्लो, युवा भारतीय महिला पहलवान अंशु मलिक ने यहां गुरुवार को विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 57 किलोग्राम महिला फ्रीस्टाइल कुश्ती में रजत पदक जीता।
अमेरिका की हेलेन मारौल्ट्स ने 3.59 मिनट तक चले स्वर्ण पदक मैच में अंशु को हराकर स्वर्ण पदक जीता। अंशु ने रजत पदक जीत कर न केवल पोडियम (शीर्ष तीन) के साथ अभियान समाप्त किया, बल्कि इतिहास रचा। दरअसल वह इस चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं हैं।
विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बनीं 20 वर्षीय अंशु ने मुकाबले में आक्रामक और सकारात्मक शुरुआत की, लेकिन अंत में विरोधी पहलवान ने उन्हें चित्त कर दिया। अंशु पहले राउंड के बाद 1-0 से आगे थी, लेकिन दूसरे राउंड में हेलेन पूरी तरह हावी रहीं। अमेरिकी पहलवान ने अंशु का हाथ पकड़ा और फिर टेकडाउन मूव के साथ 2-1 की बढ़त बनाई। इस बीच उन्होंने अंशु के दाएं हाथ को नहीं छोड़ा तथा दो और अंकों के साथ 4-1 से आगे हो गईं। विरोधी पहलवान की मजबूत पकड़ से अंशु काफी दर्द में दिखीं, लेकिन हेलेन ने अपनी पकड़ कमजोर नहीं होने दी और अंत में अंशु को चित्त करके जीत दर्ज की। अंशु को मुकाबले के तुरंत बाद चिकित्सा सहायता लेनी पड़ी। वह पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान हाथ को बेल्ट का सहारा देते हुए दिखाईं दी।
अंशु ने सेमीफाइनल मुकाबले में यूक्रेन की सोलोमिया विन्निक के खिलाफ 11-0 से तकनीकी श्रेष्ठता से जीत (वीएसयू) के साथ फाइनल में पहुंचीं थी। इससे पहले क्वार्टर फाइनल में उन्होंने मंगोलिया की दावाचिमेग एर्खेम्बयार को 5-1, और प्री-क्वार्टर फाइनल में कजाकिस्तान की निलुफर राइमोवा वीएसयू1 से 15-5 से हराया था।