देवरिया, उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिये जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के निर्देश पर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आपात चिकित्सा सेवा के दौरान रात में अनुपस्थित पाये गये डाक्टरों का वेतन काटेगा।
जिलाधिकारी ने इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों की उपस्थिति एवं तैनाती स्थल पर रात्रि निवास करने की सच्चाई जानने के लिये किये गये निरीक्षण के दौरान गैरहाजिर पाये गये डाक्टरों का एक दिन का वेतन काटने तथा कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।
सिंह ने रविवार को यहां बताया कि प्रदेश सरकार का निर्देश है कि सभी अधिकारी अपने तैनाती स्थल पर ही रात्रि विश्राम करें। जिससे सभी अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन प्रभावी तरीके से कर सकें। इसी क्रम मेंं जिले के सभी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर इमरजेंसी में तैनात स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा इस आदेश के पालन की सच्चाई जानने के लिये औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया। इसके लिए सभी तहसीलों के एसडीएम एवं 16 ब्लॉक के खंड विकास अधिकारियों के नेतृत्व में जांच दल भेजे गये।
उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरहज में मेडिकल ऑफिसर डॉ मिथिलेश शुक्ल सहित दर्जन भर से अधिक डाक्टर तैनाती स्थल पर रात्रि निवास करते नहीं मिले।
उन्होंने बताया कि निरीक्षण में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मझगावां के सभी स्टाफ अनुपस्थित पाए गए। मदनपुर स्थित नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रात्रि साढ़े नौ बजे बंद पाया गया। इन सभी केन्द्रों के डाकटरों का एक दिन का वेतन रोकने तथा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।