मुबंई, महाराष्ट्र विधानसभा परिसर में बुधवार को कोरोना काल में हुए कथित भष्टाचार को लेकर सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच टकराव हो गया।
सत्तारूढ़ दल ने कोरोना काल में हुए भष्टाचार को लेकर विधानसभा की सीढ़ियों पर प्रदर्शन किया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं के शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे तथा महा विकास अघाड़ी (एमवीए) नेताओं पर कोरोना काल के दौरान हुए भारी भष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाने पर विपक्ष के साथ उनका टकराव हो गया।
विधानसभा के बाहर मानसून सत्र के पांचवें दिन आज सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। सुबह से धरना दे रहे भाजपा विधायकों ने हाथों में बैनर लेकर पूववर्ती महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के कथित भष्टाचार के मुद्दे को उठाया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक रोहित पवार और अमोल मितकारी सत्तारूढ़ दल के प्रश्नों का जवाब देने के लिए बाहर आए तो अचानक दोनों दलों के नेताओं में टकराव हो गया। इस राजनीतिक ड्रामे से उस समय तनाव हो गया जब दोनों दलों के विधायकों ने एक-दूसरे को धक्का देना शुरू कर दिया।
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और देवेन्द्र फडनवीस सरकार बनने के बाद विधानसभा का यह पहला सत्र है, जिसमें आरोप-प्रत्याराेप और हंगामा हुआ। विपक्ष ने मंगलवार शाम हुई बैठक में सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरा था।