आगरा, उत्तर प्रदेश में आगरा के सिकंदरा क्षेत्र में कैलाश मन्दिर के निकट दो दिन से रुके जिस व्यक्ति को दुकानदार ने खाना खिलाया, उसने उसी दुकानदार की हत्या कर दी।
शनिवार देर रात्रि मन्दिर के निकट प्रसाद बेचने वाले दुकानदार की पेचकस से गोदकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने हत्याभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। हत्या की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।
पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि कैलाश गांव निवासी 60 वर्षीय सुमेश गिरी का कैलाश मंदिर के गेट के बाहर घर है। घर में ही उनकी प्रसाद की दुकान भी है। सुमेश के बेटे पवन गिरी ने बताया कि खंदारी निवासी अरुण कुमार दो दिन से मंदिर में ही ठहरा हुआ था। मंदिर में वह सफाई करता था और वहीं खाना खा रहा था। अरुण कुमार को शनिवार रात करीब दस बजे सुमेश गिरी ने अपने घर से खाना खिलाया। इसके बाद अरुण उनके घर में ही बैठा था। पवन ने देर रात उसे घर से बाहर बाहर निकाल दिया। इसके बाद परिवार के लोग सो गए।
रात लगभग तीन बजे अरुण कुमार दुकान का शटर उठाकर घर में दाखिल हो गया। शटर के पास ही सुमेश गिरी सो रहे थे। अभियुक्त ने उन पर पेचकस से वार शुरू कर दिए। चीख-पुकार सुनकर परिवार के अन्य लोग वहां पहुंचे और अरुण को दबोच लिया। परिजन सुमेश को अस्पताल लेकर पहुंचे, वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
मृतक के परिजनों ने पुलिस को बुला कर आरोपी को सौंप दिया। थाना प्रभारी सिकंदरा आनंद कुमार शाही का कहना है कि पवन की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। पूछताछ जारी है।
कैलाश मन्दिर के महंत निर्मल गिरी ने बताया कि अभियुक्त एक-दो दिन पहले गणेश-विसर्जन शोभायात्राओं में से किसी के साथ आया था और मन्दिर के निकट में रुक गया था। पुलिस जांच में ही हत्या के कारणों का पता चल सकेगा।