कोटा, नवरात्र पर घट स्थापना के साथ ही आज से इस साल के अंत के हिंदुओं के त्योहारी सत्र की शुरुआत हो गई जो अक्टूबर के अंत तक कार्तिक कृष्ण पक्ष में सबसे बड़े त्योहारों में शामिल दीपोत्सव के साथ अपने चरम पर होगी।
सोमवार को घर-घर में घट स्थापना के साथ नौ दिवसीय नवरात्र महोत्सव की शुरुआत हो गई। नवरात्र के पहले दिन कोटा शहर में मंदिरों के साथ लोगों ने अपने घरों में भी घट स्थापना कर नवरात्र महोत्सव के नौ दिन के पूजन कार्यक्रम की शुरुआत की। नवरात्र के पहले दिन घट स्थापना के बाद शैलपुत्री की पूजा की गई। यह महोत्सव अब आज से अगले नौ दिन तक जारी रहने वाला है। तीन अक्टूबर को महाअष्टमी और चार अक्टूबर को रामनवमी के साथ इसका समापन होगा।
कोटा में पांच अक्टूबर को विजयादशमी के दिन ..असत्य पर सत्य की विजय.. के प्रतीक स्वरूप रावण दहन करके दशहरा महोत्सव का आगाज किया जाएगा। कोटा में तो विजयदशमी के साथ अगले 25 दिनों तक दशहरा मेले का आयोजन होने के कारण जमकर धूमधाम रहने वाली है। पिछले दो सालों तक वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रकोप के कारण सरकारी स्तर पर किसी भी तरह के मेले और अन्य सार्वजनिक धार्मिक उत्सव के आयोजन पर रोक होने के कारण कोटा के प्रसिद्ध दशहरा मेले का आयोजन नहीं हो सका था लेकिन दो साल बाद अब कोटा में दशहरा मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसको लेकर आम लोगों सहित व्यापारियों-कारोबारियों सहित सभी वर्गों में जबरदस्त उत्साह है।
कोटा में दशहरा महोत्सव के समापन के साथ ही रमा एकादशी से हिंदू समुदाय के सबसे लोकप्रिय और धार्मिक आस्था के बडे पर्व दीपोत्सव का आगाज हो जाता है और यह जन महोत्सव करीब सात दिन तक चलता है इस साल 21 अक्टूबर को रमा एकादशी के बाद दीपोत्सव के तहत 22 अक्टूबर को धनतेरस, 24 अक्टूबर को मुख्य दीपोत्सव यानी दीपावली, 26 अक्टूबर को अन्नकूट महोत्सव एवं गोवर्धन पूजा, 27 अक्टूबर को भाई दूज का आयोजन होगा और इसी के साथ दीपोत्सव का समापन हो जाएगा।