नई दिल्ली , अभिनेता खेसारी लाल यादव के कार्यक्रम के दौरान बवाल हो गया। कार्यक्रम को देखने के लिए बड़ी संख्या में युवा पहुंचे थे। लेकिन प्रशासन भीड़ का प्रबंधन ठीक तरह से नहीं कर सका।
छठ पूजा के अवसर पर सार्वजनिक छठ पूजा समिति की ओर से नृत्य-संगीत का आयोजन किया गया था। यह कार्यक्रम नवादा जिले के रजौली प्रखंड के जोगियामरण पंचायत के तिलैया गांव के मैदान में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में खेसारी लाल यादव और छोटू छलिया को सुनने भारी तादाद में लोग आए थे। हालात ये थे कि कार्यक्रम को देखने के लिए बगल के जनपद गया और झारखंड के कोडरमा से भी बड़ी संख्या में युवा नवादा पहुंचे थे। भीड़ इतनी अधिक थी कि ढेर सारे लोग पास के ऊंचे पेड़ों पर चढ़ गए थे।
कार्यक्रम में, खेसारी लाल यादव देर रात को पहुंचे। मंगलवार की रात 12 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ। खेसारी यादव के पहुंचने के बाद कार्यक्रम कुछ ही देर चला और भीड़ बेकाबू होने लगी। पुलिस वाले भीड़ को संभालने में बेबस दिखे। इसके बाद भगदड़ हो गई, जिससे अफरा-तफरी का माहौल हो गया। भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। इसके बाद कार्यक्रम पूरी तरह से बंद कर दिया गया। भगदड़ के दौरान करीब 2 हजार के आसपास कुर्सियां तोड़ी गई हैं और आधा दर्जन से अधिक लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं। कार्यक्रम मंच के बगल में बना एक मंच भी पूरी तरह से भरभरा कर गिर गया। घटनास्थल पर लोगों की चप्पलें और जूते दूर-दूर तक बिखरे नजर आए।
कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री और गया जिले के बेलागंज से विधायक सुरेंद्र यादव ने फीता काटकर किया था। कार्यक्रम की शासन से अनुमति ली गई थी परंतु शासन की टीम भीड़ का प्रबंधन नहीं कर सकी। बड़ा सवाल ये है कि किस परिस्थिति में कार्यक्रम को आधी रात के बाद अनुमति दी गई। कार्यक्रम के लिए एसडीओ के स्तर से कम से कम आठ मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।