नयी दिल्ली, केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि वर्ष 2014 से 2023 तक देश की कानून-व्यवस्था की परिस्थिति और आंतरिक सुरक्षा के मोर्चों पर आमूलचूल परिवर्तन आए हैं।
अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के 76वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस के लिए 2023 का वर्ष बेहद महत्वपूर्ण है। इस वर्ष होने वाले जी-20 सम्मेलन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैफिक व्यवस्था में भी दिल्ली पुलिस देश को यश दिलाएगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के मुख्यालय पर भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखकर 20 क्षेत्रों में सुधार की प्रक्रिया की शुरु की गयी थी, जिनमें से सोलह क्षेत्रों में बहुत अच्छी प्रगति हुई है। आने वाले दिनों में दिल्ली पुलिस के कार्यों में बहुत बड़े सुधार होंगे, जो दिल्ली की जनता के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण और लाभदायक होंगे।
समारोह के मुख्य अतिथि श्री शाह ने कहा,“ कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद हमारी सुरक्षा एजेंसियों का आतंकवाद पर संपूर्ण वर्चस्व दिखाई देता है। जम्मू-कश्मीर में ताजा आंकड़ों के अनुसार आतंकवादी घटनाओं में बहुत बड़ी गिरावट आई है। कश्मीर में करोड़ों लोग पर्यटन के लिए आ रहे हैं। पहले आए दिन होने वाले पथराव, जुलूस और बंद की घटनाओं की जगह आज पूरा कश्मीर इनसे मुक्त होकर लाखों सैलानियों की आवभगत में जुटा है। वामपंथी उग्रवाद कई दशकों से हमारे देश के लिए बड़ी चिंता का विषय बना हुआ था, लेकिन अब इसमें बहुत कमी आई है। उग्रवाद से होने वाली हिंसा के सबसे कम आंकड़े वर्ष 2022 में देखे गये हैं। वामपंथी उग्रवाद सिमटकर अब सिर्फ 46 पुलिस थानों तक रह गया है, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।”
उन्होंने कहा,“ हमारे सुरक्षा बल चुस्त- दुरुस्त होकर विश्वास के साथ वामपंथी उग्रवादी क्षेत्रों में वैक्यूम के एरिया में शौर्य और साहस का परिचय देते हुए आगे बढ़ रहे हैं। परिणामस्वरुप वामपंथी उग्रवाद सिमटता जा रहा है। हमारे सुरक्षा बलों ने झारखंड और बिहार के बॉर्डर पर बूढा पहाड़ सहित कई क्षेत्रों को वामपंथी उग्रवाद से पूर्णतया मुक्त कराने का काम किया है।”
उन्होंने इस उपलब्धि के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के सभी सुरक्षा बलों को बधाई दी।
अमित शाह ने कहा कि नॉर्थ-ईस्ट में भी पहले उग्रवाद फैलाने वाले अनेक ग्रुप कार्यरत थे, लेकिन आज वहां शांति प्रस्थापित हुई है और 60 प्रतिशत उत्तर-पूर्व से आज ‘अफस्पा’ हटा लिया गया है। आज नॉर्थ-ईस्ट में 8000 से ज्यादा युवा हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली, पंजाब, राजस्थान पुलिस और नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी ने मिलकर उत्तर भारत में अंतरराज्यीय गिरोहों पर नकेल कसना शुरू किया, जिसमें इन्हें बहुत बड़ी सफलता मिली। इसमें दिल्ली पुलिस की बड़ी भूमिका रही।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा चलाए गये नशा मुक्त भारत अभियान को मजबूत करने के लिए भी दिल्ली पुलिस ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा,“देश की युवा पीढ़ी विशेषकर दिल्ली की युवा पीढ़ी को नशे से मुक्त कराना हम सबकी साझी जिम्मेदारी है। इसमें दिल्ली पुलिस को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।”
अमित शाह ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने नशे की तरफ जा चुके लोगों के प्रति सहानुभूति रखकर उन्हें मुख्यधारा में वापस लाकर समाज में पुनः प्रस्थापित करना और नशे का कारोबार करने वालों को कठोरतम दंड देकर जेल की सलाखों के पीछे डालने का काम बहुत अच्छे तरीके से किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार पुलिस और सभी सीएपीएफ कर्मियों के लिए हाउसिंग सेटिस्फैक्शन रेश्यो बढ़ाने के लिए संकल्पित है। उन्होंने विश्वास जताया कि सरकार वर्ष 2024 से पहले देश की पुलिस, सभी सीएपीएफ और दिल्ली पुलिस के हाउसिंग सेटिस्फैक्शन रेश्यो को 60 प्रतिशत से ऊपर ले जाएगी।
उन्होंने ने उम्मीद जताई कि दिल्ली पुलिस के सभी जवान अपने ध्येय वाक्य “शांति, सेवा और न्याय” के पथ पर आगे बढ़ते हुए देश की राजधानी दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति को शानदार तरीके से संभालते रहेंगे।