नई दिल्ली, भारत की सबसे बड़ी गायन प्रतिभा खोज प्रतियोगिता – 40वीं सुरतरंग में भाग लेने वालों और आयोजन करने वालों के मन में लाखों यादें छोड़ दी हैं। सामूहिक रूप से, यह गायन उद्योग के क्षेत्र में एक बड़ी सफलता थी। ग्रैंड फिनाले 11 अक्टूबर को कमानी ऑडिटोरियम में हुआ और इसमें कुछ बेहतरीन गायकों ने इस जबरदस्त प्रतियोगिता का विजेता बनने के लिए अपना सब कुछ झोंक दिया।
पदमश्री से सम्मानित ग़ज़ल गायिका पेनाज मसानी के साथ-साथ बॉलीवुड गायिका रूपाली जग्गा, एंबी, पंजाबी गायक अशोक मस्ती और इंडियन आइडल फेम मोहित चोपड़ा ने अपनी प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को और अधिक सफल और सभी के लिए उत्साही बना दिया। इस आयोजन को इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड, ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लिमिटेड, जीवन बीमा निगम, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन, इंडियन ऑयल, शुक्ला इंस्टीट्यूट, म्यूजियम ऑफ इल्यूजन्स नई दिल्ली, नेशनल रेल म्यूजियम नई दिल्ली, स्टेप जैसी बड़ी कंपनियों का समर्थन प्राप्त था। फिल्म्स, इंडियाब्लूम्स, मेट्रो टायर्स, वीजी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड तथा जेटवेज़ ट्रेवल्स।
इस साल का शानदार सफर देश को नए पसंदीदा सिंगिंग स्टार्स देकर खत्म हुआ। सब-जूनियर फिल्म श्रेणी में, जीतने वाले प्रतियोगी हैं एहसास क़ैसर, श्रेयश ठाकुर, अश्विन शर्मा, प्रियांशी जेना। सब जूनियर नॉन फिल्म अनु श्रुति, अयान अहमद, अयान खान ने लिया। जूनियर फिल्म वर्ग में प्रणब रॉय, क्षितिज सक्सेना, प्रगति ने बाजी मारी। जबकि, जूनियर गैर-फिल्मी वर्ग किसी और ने नहीं बल्कि आशी जरिया, पुलकित पांडे, कबीर भोला ने जीता। सीनियर वर्ग की बात करें तो इस इवेंट का सीनियर फिल्म वर्ग रेहान अली, प्रतिभा गुप्ता, फातिमा ने जीता। सीनियर नॉन फिल्मी वर्ग आयुष शर्मा, मानवी त्यागी, शुभम सोनी ने जीता।
70 से अधिक शहरों ने सर्वश्रेष्ठ गायकों को सुर्खियों में आने से पहले दिल्ली में लाने के उद्देश्य से ऑडिशन आयोजित किया है। 480 से अधिक प्रतिभाशाली गायकों ने अपनी प्रतिभा प्रस्तुत की और सर्वश्रेष्ठ बनने और समापन समारोह में प्रदर्शन करने के लिए प्रतिस्पर्धा की। संगम कला समूह के अध्यक्ष श्री वी.एस.के.सूद ने कहा, “सुरतरंग मंच के समर्थन से, हर साल हमारा मुख्य ध्यान भारत की सर्वश्रेष्ठ गायन प्रतिभा को खोजने पर होता है। हमारी मेहनती और समर्पित टीम ने इस बात को ध्यान में रखा है कि कोई भी भावुक और महत्वाकांक्षी गायक अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किए बिना पीछे न रह जाए। देश भर में 70 से अधिक अध्यायों में कई घंटों तक।”
समापन समारोह के भव्य मंच पर सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार उपस्थित हुए जिनके भीतर गायन और गायन की अनुभूति होने की शाश्वत लौ थी। उन सभी लोगों के लिए जिन्होंने सबसे बड़ी गायन प्रतिभा खोज प्रतियोगिता सुरतरंग में चमकने का सुनहरा अवसर गंवा दिया, यह कार्यक्रम देश की सर्वश्रेष्ठ गायन प्रतिभा को खोजने के लिए अगले साल और अधिक धूमधाम और शो के साथ वापस आएगा।
रिपोर्टर-आभा यादव