लखनऊ, ओब्डू ग्रुप की सहायक कंपनी ओब्डू डिजिटल हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड ने सोमवार को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिये उत्तर प्रदेश में डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक की पूरी परियोजना को धरातल पर उतारने की घोषणा की।
इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में ग्राउंड ब्रेकिग सेरेमनी में हिस्सा लेने पहुंचे कम्पनी के सीईओ संजय कुमार ने बताया कि यह परियोजना उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित बुलन्दशहर, प्रयागराज, फतेहपुर, गोण्डा, बहराइच, कन्नौज, कानपुर, सीतापुर, हरदोई, रायबरेली, मिर्जापुर, गाजीपुर, वाराणसी, शाहजहांपुर, बांदा, हमीरपुर, प्रतापगढ़, भदोई, कौशाम्बी, चित्रकूट और गोरखपुर में धरातल पर उतारी जा रही है और जल्द ही यह परियोजना प्रदेश के प्रत्येक जिले में शुरू कर दी जायेगी।
श्री कुमार ने बताया कि पूरी परियोजना के क्रियान्वयन में लगभग दस हजार करोड़ का निवेश किया जा रहा है और परियोजना के माध्यम से राज्य के एक लाख नब्बे हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक टेलीमेडिशन सिद्धांत पर कार्य करनेवाला भारत का पहली परियोजना है जो गांव और सुदूर क्षेत्र में मरीजों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए टेलीमेडिशनके साथ-साथ एक स्वास्थ्य से संबंधित कर्मचारीकी उपस्थिति में ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए धरातल पर उतरा है।
उन्होने बताया कि नई पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए उच्च तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ब्लॉकचेन जैसी तकनीकी का उपयोग ग्रामीण तथा सुदूर क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करना तथा अशिक्षित (झोलाछाप) डॉक्टर की लापरवाही से इलाज के दौरान होने वाली मृत्यु दर को कम करना डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक का उद्देश्य है। प्रदेश सरकार तथा ओब्डू ग्रुप के इस समझौता ज्ञापन के प्रथम चरणमें 350 करोड़ का निवेश के लिए एमओयू किया गया था। जिसकी धरातल पर मांग और सफलता को देखते हुये एमओयू की राशि को बढाकर 3,350 करोड़ कर दिया गया है कुमार ने बताया कि परियोजना के माध्यम से प्रदेश में 10 हजार करोड़ से अधिक का निवेश होगा जिससे एक लाख नब्बे हज़ार रोजगार के अवसर पैदा होंगे। डिजिटल डॉक्टर क्लीनिक में ग्रामीण अपनी ही ग्राम पंचायत में एमबीबीएस. डॉक्टर द्वारा इलाज़ करा सकेंगे। जहाँ ब्लड टेस्ट की भी सुविधा होगा जिसके लिए न्यूनतम 20 रूपये देने होंगे। जिसकी रिपोर्ट तुरंत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा परामर्श कर रहे डॉक्टर को सीधे प्राप्त हो जाएगी और मरीज को वह रिपोर्ट तीन मिनट के अंदर प्राप्त हो जाएगी।