लखनऊ, हर परिवार की एक महिला के खाते में लाख रुपये का कांग्रेस का वादा हो या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नारी शक्ति के सम्मान की बात मगर लोकसभा चुनाव में टिकट देने के मामले में लगभग हर राजनीतिक दल महिलाओं के प्रति उदासीनता बरत रहे हैं।
यही कारण है कि सातवें चरण के चुनाव में उत्तर प्रदेश में सिर्फ सात फीसदी महिलाओं को टिकट दिये गये हैं। उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें चरण में 13 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने वाले सभी 144 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया हैं जिसमें पाया गया कुल दस महिला उम्मीदवारों को विभिन्न दलों ने टिकट से नवाजा है जो अब तक के चुनाव में सबसे कम है। भारत में 33 प्रतिशत लोकसभा व विधानसभा चुनाव में महिलाओं के भागीदारी के लिए कानून पारित हुआ है। ऐसे में इतनी कम संख्या में महिलाओं को चुनाव लड़ा कर कहीं न कही हम पुरुषवादी मानसिकता को दिखाना चाहते हैं।
चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर के अलावा महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदोंली,मिर्ज़ापुर और रॉबर्ट्सगंज में वोट डाले जायेंगे।
उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले 144 में से 36 (25 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं जबकि 21 फीसदी उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए है जिसमें बहुजन समाज पार्टी के 13 में से पांच , भारतीय जनता पार्टी के 10 में से तीन, समाजवादी पार्टी के नौ में से सात और कांग्रेस के चार में से दो उम्मीदवारों ने अपने ऊपर अपराधिक मामले घोषित किए हैं।
आपराधिक मामलों में बलिया में बसपा के उम्मीदवार लल्लन सिंह यादव पर सर्वाधिक 22 आपराधिक मामले दर्ज है जबकि दूसरे नम्बर पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और वाराणसी से पार्टी प्रत्याशी अजय राय पर 18 आपराधिक मामले दर्ज़ है। तीसरे नंबर पर राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी से कुशीनगर के उम्मीदवार स्वामी प्रसाद मौर्या जिनके ऊपर नौ आपराधिक मामले पंजीकृत है।
सातवें चरण में करोडपति उम्मीदवारों में 144 में से 55 उम्मीदवार करोड़पति हैं। जिसमे भाजपा के 10 में से 10,सपा के नौ में से नौ और कांग्रेस के चार में से चार उम्मीदवार करोड़पति हैं। सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे राजीव राय की संपत्ति लगभग 49 करोड़ के आसपास है वहीं गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी रवि किशन (रवीन्द्र शुक्ला) की संपत्ति 43 करोड़ के लगभग है। 144 में से 54 उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता पांचवीं और 12वीं के बीच है. जबकि 82 स्नातक और इससे ज़्यादा शैक्षिणिक योग्यता रखते हैं।