इटावा, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण स्थल के आसपास भाजपाइयों ने बड़े पैमाने पर बेशकीमती जमीन अपने नाम करवा कर खुद को भू माफिया के रूप में पेश किया है।
सिविल लाइन स्थित आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होने कहा कि भाजपा से जुड़े हुए लोग विपक्ष को भू माफिया बताते है जबकि असली भू माफिया भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोग है,जिन्होंने अयोध्या की ही बेशकीमती जमीन को नहीं बख्शा है।
जैसे-जैसे अयोध्या की ज़मीन के सौदों का भंडाफोड़ हो रहा है, उससे ये सच सामने आ रहा है कि भाजपा राज में अयोध्या के बाहर के लोगों ने मुनाफ़ा कमाने के लिए बड़े स्तर पर ज़मीन की ख़रीद-फ़रोख़्त की है।
उन्होने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा पिछले सात सालों से सर्किल रेट न बढ़ाना, स्थानीय लोगों के ख़िलाफ़ एक आर्थिक षड्यंत्र है। इसकी वजह से अरबों रुपये के भूमि घोटाले हुए हैं। यहाँ आस्थावानों ने नहीं बल्कि भू-माफ़ियाओं ने ज़मीनें ख़रीदी हैं। इन सबसे अयोध्या-फ़ैज़ाबाद और आसपास के क्षेत्र में रहने वालों को कोई भी लाभ नहीं मिला। ग़रीबों और किसानों से औने-पौने दाम पर ज़मीन लेना, एक तरह से ज़मीन हड़पना है। हम अयोध्या में तथाकथित विकास के नाम पर हुई ‘धांधली’ और भूमि सौदों की गहन जाँच और समीक्षा की माँग करते हैं।
महंगाई के मुद्दे पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के बयान पर तंज कसते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि कृषि मंत्री महंगाई के मुद्दे पर आम जनमानस का मजाक तो उड़ा ही रहे हैं साथ ही खिलखिलाकर हंसते हुए भी दिखाई दे रहे हैं। सरकार के लोग जमीनी हकीकत से दूर हैं, महंगाई बढ़ी है इसके जिम्मेदार खुद हैं, क्योंकि वो अपने लोगों को मुनाफा कमाने दे रहे हैं। भाजपाई आटा मंहगा, सरसों का तेल महंगा, दालें महंगी, करके जनता का मजाक उड़ा रहे है।
हाथरस हादसे को सरकार की विफलता बताते हुये उन्होने कहा कि अधिकारियों के खिलाफ जरूर कार्रवाई अमल में ला दी गई है लेकिन कार्यक्रम की अनुमति के बाद भी सुरक्षा व्यवस्था और अन्य इंतजाम क्यों नहीं किए गए। एसआईटी जांच में बेशक अधिकारियों को दोषी पाया जा चुका है लेकिन अभी न्यायिक जांच का भी नतीजा सामने आना बाकी है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकी घटनायें बढ़ी हैं, सेना के जवान शहीद हो रहे हैं। कश्मीर में सीमाओं को लेकर जितना सावधान होना चाहिए जितने इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट होने चाहिए थे वह नही हुए है, इनका इंटेलिजेंस फेलियर है जिसकी वजह से देश की सुरक्षा खतरे में है। चीन के सवाल पर सरकार कुछ बोलती नहीं है। देश की बड़े पैमाने पर जमीन पर चीन का कब्जा हो गया है।