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दिल्ली में हुआ शिल्प समागाम मेंले का उद्घाटन, डॉ वीरेंद्र कुमार ने की ‘तुलिप’ की शानदार शुरुआत

नई दिल्ली- सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्रारा राजधानी दिल्ली के आईएनए स्थित दिल्ली हाट में शिल्प समागम मेले का भव्य उद्घाटन हुआ।

इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने मंत्रालय के शीर्ष निगम NBCFDC के नेतृत्व में “टुलिप” (Traditional Artisans’ Upliftment Livelihood Programme) ब्रांड नाम से लक्षित वर्गों के उत्पादों की ई-मार्केटिंग सुविधा का भी शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य हाशिए पर रहने वाले दस्तकारों को सशक्त बनाना और उनके उत्पादों की बिक्री हेतु वैश्विक स्तर पर एक मंच प्रदान करना है।

शिल्पकारों के लिए ई-प्लेटफॉर्म मंच-

तुलिप ब्रान्ड के तहत अनुसूचित जाति (SC), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC), सफाई कर्मचारी, विकलांग व्यक्तियों के शिल्पकारों को ई-प्लेटफारम के माध्यम से उत्पादों की बिक्री हेतु एक मंच उपलब्ध कराना है। साथ ही डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि “पी.एम.-सूरज पोर्टल” और “पी.एम.-दक्ष पोर्टल” जैसी डिजिटल पहलें, जिन्हें माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था, लक्षित वर्गों को रियायती ऋण योजनाओं और कौशल विकास प्रशिक्षणों का लाभ ऑनलाइन माध्यम से उपलब्ध करा रही हैं। “विश्वास योजना” और “नमस्ते योजना” के माध्यम से अनुसूचित जाति, पिछड़े वर्ग और सफाईकर्मी समुदायों को ऋण सहायता एवं सुरक्षा प्रदान की जा रही है। इस अवसर पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री श्री बी एल वर्मा ने कहा कि मंत्रालय अब-तक एक लाख से अधिक लोगों को इस प्रकार के विपणन के अवसर प्रदान कर चुका है और भविष्य में भी शिल्प समागम मेले जैसै आयोजन होते रहेंगे।

उत्पादों से निर्मित यूनीफार्म का प्रदर्शन-

उद्घाटन के अवसर पर “रंग परिधान” कार्यक्रम में मंत्रालय द्वारा दस्तकारों के उत्पादों से निर्मित यूनीफार्म का प्रदर्शन किया गया। यह पहल दस्तकारों के कौशल और सांस्कृतिक विविधता को सम्मानित करने की दिशा में एक अनूठा कदम है। इसके तहत मंत्रालय के शीर्ष निगम अपने कार्मिकों के लिए स्थानीय दस्तकारों से बने परिधानों का प्रयोग करेंगे, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक होंगे। इस मौके पर शीर्ष निगमों के सीएमडी राजन सहगल ने बताया कि लगभग 5 नवंबर से 15 नवंबर तक आयोजित इस मेले में 16 राज्यों के 105 स्टॉल्स पर परंपरागत हस्तशिल्प उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इन उत्पादों में धातु शिल्प, लकड़ी के शिल्प, बेंत-बांस के उत्पाद, चीनी मिट्टी, हथकरघा, आभूषण, चमड़े के उत्पाद, और अन्य कई आकर्षक वस्त्र शामिल हैं।

लाखों युवाओं को कौशल प्रशिक्षण-

सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी कि अब तक लगभग 56 लाख लोगों और उनके परिवारों को ऋण सहायता पहुंचाई जा चुकी है और 6.14 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया गया है। इन योजनाओं के माध्यम से लक्षित वर्गों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है, जिससे वे मुख्यधारा से जुड़ सकें।

शिल्प समागम मेले में प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन होगा।

रिपोर्टर आभा यादव