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शिक्षा और संस्कारों से मिलती है जीवन में तरक्की : रामनाथ कोविंद

कानपुर देहात,पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को युवाओं से कहा कि शिक्षा और संस्कारों से जीवन में तरक्की मिलती है। अपने पैतृक गांव कानपुर देहात जिले के परौंख गांव में सर्वोदय बालिका विद्यालय का शिलान्यास करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि यह ग्रामीण भारत में बेटियों के लिए गुणवत्तापूर्ण और तकनीक आधारित शिक्षा का नया अध्याय है।

गांव की बेटियां पांचवीं कक्षा के आगे पढ़ने में असहज महसूस करती हैं क्योंकि आगे पढ़ने के लिए उन्हें दूसरे गांव या घर से दूर जाना पड़ता है। सर्वोदय विद्यालय के बन जाने से बेटियां निडर होकर आगे की पढ़ाई कर सकेंगी। स्कूल से पढ़कर जब गांव की बेटी निकलेगी तो उसमें आत्मविश्वास भरा होगा कि वह किसी से कम नहीं है।

कार्यक्रम के दौरान समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने कहा कि सर्वोदय विद्यालय विकसित भारत के आसमान में बच्चियों को उड़ान भरने के लिए हवाई पट्टी का काम करेगा। यहां सिर्फ एक विद्यालय का शिलान्यास नहीं बल्कि विकसित भारत की नींव रखी जा रही है। विद्यालय के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि “परौंख में बनने वाला सर्वोदय बालिका विद्यालय न केवल शिक्षा का केंद्र होगा, बल्कि यह बेटियों को डिफेंस और पुलिस फोर्स में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगा। इसे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर डिफेंस एंड पुलिस फोर्सेज के रूप में विकसित किया जाएगा।”

उन्होंने कहा कि जिन बच्चियों को सेना से इतर किसी अन्य क्षेत्र में जाने का मन होगा उनके लिए कौशल विकास के प्रशिक्षण की सुविधा होगी। मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बच्चियों को तैयार करेगी। एनसीसी का प्रशिक्षण भी बच्चियों को विद्यालय में मिलेगा। यह विद्यालय दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा और वर्ष 2027 में बच्चियों के लिए पहले सत्र की शुरुआत होगी। धन्यवाद ज्ञापन समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव कुमार गोंड ने किया।

सर्वोदय बालिका विद्यालय शिक्षा की प्राचीन गुरुकुल परंपरा और आधुनिक तकनीकी शिक्षा का अनूठा संगम होगा। विद्यालय में एसटीईएम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, और कंप्यूटेशनल थिंकिंग जैसे विषय पढ़ाए जाएंगे। समाज कल्याण विभाग द्वारा 75 जनपदों में मॉडल सर्वोदय विद्यालय विकसित करने का प्रयास चल रहा है। सर्वोदय विद्यालयों में छात्रों को निःशुल्क शिक्षा के साथ आवास, पाठ्य पुस्तकें, यूनिफॉर्म, मेस, और आधुनिक तकनीकी संसाधन जैसे स्मार्ट क्लास और ई-लैब उपलब्ध कराए जाते हैं। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता जैसे विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

जल संचयन करके कई नदियों, पोखरों और जलश्रोतों को पुर्नजीवित करने वाले सूरत गुजरात के साव जी ढोलकिया भी मंच पर उपस्थित रहे। वे परौंख गांव में जल संचयन की संभावनाएं तलाशने आए थे, उन्होंने गांव के दो तालाबों को जल संचयन और संरक्षण के लिये चयन किया है। शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान परौंख गांव के आठ लोगों को वृद्धावस्था पेंशन के प्रमाणपत्र पूर्व राष्ट्रपति द्वारा दिये गये।

कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद, समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव कुमार गोंड, इलेक्ट्रॉनिक प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री अजीत सिंह पाल, बाल विकास पुष्टाहार राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला, रसूलाबाद विधायक पूनम शंखवार, भाजपा कानपुर मंडल के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल, जिला पंचायत अध्यक्ष नीरज रानी, यूपी सिडको अध्यक्ष वाई पी सिंह, सूरत गुजरात से आए से सावजी ढोलकिया आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।