सीएम योगी ने नौजवानों का किया आह्वान. ‘खेलोगे तो खिलोगे’

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नौजवानों का आह्वान करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के हर नौजवान से अपेक्षा की है कि वह किसी न किसी खेल के साथ अवश्य जुड़े क्योंकि खेलोगे तो खिलोगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रीजनल स्टेडियम में गुरूवार को ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ सप्तम् अखिल भारतीय प्राइजमनी पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता.2025 के विजेताओं को पुरस्कृत करने के बाद कबड्डी का जिक्र करते हुए कहा कि इस खेल में स्फूर्ति और व्यक्ति के मन में टीम भावना के साथ कार्य करने का जज्बा भी है।
उन्होंने कहा कि हर खेल व खेल संस्कृति टीम वर्क के रूप में कार्य करने की प्रेरणा देती है। भारत के अंदर प्राचीन काल से ही खेल व खेलकूद की प्रतियोगिताओं के प्रति व्यापक जागरूकता रही है। योगी ने कहा कि धर्म के जितने भी साधन हैं उन सभी की पूर्ति स्वस्थ शरीर से ही संभव है। स्वस्थ शरीर, निरोगी काया तभी प्राप्त हो सकती है जब व्यक्ति शारीरिक फिटनेस पर ध्यान दे। उन्होंने कहा कि 11 वर्ष में सभी ने बदलते हुए भारत और पीएम मोदी की प्रेरणा से खेल व खेल संस्कृति के प्रति आम भारतीयों के मन में जो भाव पैदा हुए हैं उसे मूर्त रूप लेते हुए देखा है। इसके कारण भारत की प्रतिभाएं ओलंपियन, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ, विश्व चैंपियनशिप में अच्छा पुरस्कार ले रही हैं। खेल व प्रतियोगिताओं के प्रति नई जागरूकता पैदा हुई है। सांसद.विधायक खेलकूद प्रतियोगिताएं हो रही हैं। खेलो इंडिया खेलो के माध्यम से हर स्तर पर केंद्र स्थापित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यूपी के अंदर पहले से तीन स्पोट्रस कॉलेज हैं। हमारी सरकार ने तय किया है कि हर कमिश्नरी मुख्यालय पर स्पोट्रस कॉलेज होना चाहिए। हर जिला मुख्यालय पर स्टेडियम और ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम का निर्माण होना चाहिए। इन सुविधाओं को सरकार बढ़ा रही है। गांव.गांव में खेल मैदान, ओपन जिम का निर्माण हो। उन्होंने कहा कि सरकार का जो पैसा वित्त आयोग के माध्यम से पंचायतों को जाता है उसकी प्राथमिकता में खेल मैदान, ओपन जिम, खेलकूद की गतिविधियों को प्रोत्साहित करना है। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश में खेलकूद की गतिविधियां प्रत्येक स्तर पर बढ़ती दिखाई दी हैं। मेरठ में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर खेल विश्वविद्यालय बन रहा है। इस वर्ष से पहला सत्र प्रारंभ भी हो चुका है। स्टेडियम, इनडोर स्टेडियम, विश्वविद्यालय भवन समेत अन्य बुनियादी सुविधाएं ओलंपिक, एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स के स्टैंडर्ड को ध्यान में रखकर विकसित की जा रही हैं। 2030 का कॉमनवेल्थ गेम्स भारत के अहमदाबाद में होने जा रहा है।
उन्होने कहा कि सात वर्ष से लगातार इस प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है। इस बार 12 टीमों के 168 खिलाड़ी व 24 कोच.मैनेजर ने प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया है। इस बार राजस्थान, हरियाणा, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, विदर्भ, मध्य प्रदेश, पूर्वोत्तर रेलवे, भारतीय सेना, जेबी एकेडमी व यूपी की टीम शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने विजेता उत्तर प्रदेश व उपविजेता पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यूपी की टीम इसलिए विजयी हुई क्योंकि हमने गारंटी दे दी है कि जो भी खिलाड़ी ओलंपिक, एशियन, कॉमनवेल्थ, विश्व चैंपियन में मेडल लेकर आएगा उसे सीधे सरकारी नौकरी उपलब्ध कराएंगे। खिलाड़ियों को डिप्टी एसपी, तहसीलदार व अलग.अलग विभागों में अन्य महत्वपूर्ण स्थान भी दिए गए हैं। हमारी सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि कोई खिलाड़ी प्रतियोगिता में जाता है तो उस दौरान उसे सर्विस का पार्ट माना जाएगा। सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को अभ्यास के लिए पूरा अवसर भी मिलेगा। अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को यूपी सरकार के विभिन्न पदों पर सरकारी नौकरी में समायोजित कर लिया गया है। खिलाड़ियों के लिए प्रदेश में प्रोत्साहन के अच्छे कार्यक्रम भी चल रहे हैं। ओलंपिक, एशियन, कॉमनवेल्थ, विश्व चैंपियनशिप में खिलाड़ी, टीम, प्रतिभाग व मेडल पर भी पुरस्कार की अलग.अलग राशि घोषित की गई है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अब कबड्डी लीग भी हो रहे हैं। लोगों ने इसे काफी लोकप्रिय माना है। खेलकूद से पूरी टीम जुड़ती है। कबड्डी में हर खिलाड़ी के रेडए टेकल व बोनस प्वाइंट केवल खेल नहींए बल्कि नए भारत की ऊर्जा का प्रतीक होता है। वह देश की जिस टीम का प्रतिनिधित्व करता हैए उसकी ऊर्जा का प्रतीक होता है। हर खेल युवाओं की स्फूर्ति, अटेंशन, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता व आत्मविश्वास को भी विकसित करता है। खेल बताता है कि सफलता सामूहिक प्रयास से मिलती है। खेल से खिलाड़ियों में सहयोग, अनुशासन व जिम्मेदारी का भाव विकसित होता है।





