समाज सेवा: प्रेम, करुणा और एकता का संदेश

नई दिल्ली- जहाँ सेवा भाव हो, वहीं मानवता जीवित रहती है—सिंधी काउंसिल ऑफ़ इंडिया की लंगर सेवा इसका सुंदर उदाहरण है।
सेवा और मानवता की भावना को आगे बढ़ाते हुए सिंधी काउंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा नई दिल्ली के राजेन्द्र प्लेस स्थित कार्यालय परिसर में लंगर सेवा का आयोजन किया गया। यह पहल ज़रूरतमंदों तक प्रेम, सम्मान और करुणा पहुँचाने का एक सार्थक प्रयास रही।
सेवा की भावना से जुड़ा पवित्र प्रयास
हमारे धर्म और संस्कृति में सेवा को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। इसी सोच को साकार करते हुए यह लंगर सेवा आयोजित की गई, जिसने समाज में आपसी सहयोग और भाईचारे की भावना को मजबूत किया।
लंगर सेवा: केवल भोजन नहीं, मानवता की सेवा
यह आयोजन केवल भोजन वितरण तक सीमित नहीं था, बल्कि यह मानव सेवा और करुणा का जीवंत उदाहरण रहा। गरीब, असहाय और ज़रूरतमंद लोगों को प्रेमपूर्वक और सम्मान के साथ भोजन प्रदान किया गया।
ज़रूरतमंदों के लिए अपनापन और सम्मान
सेवा का उद्देश्य केवल भूख मिटाना नहीं, बल्कि हर व्यक्ति को यह एहसास कराना है कि वह समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस पहल ने जरूरतमंदों के चेहरों पर मुस्कान और दिलों में विश्वास जगाया।
कपड़ा दान: सेवा का एक और रूप
इस अवसर पर हमारे समाजसेवी सहयोगी श्री जतिन निष्चल जी द्वारा बड़ी मात्रा में उपयोगी कपड़ों का दान किया गया। उनका यह योगदान अत्यंत सराहनीय है और समाज के अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करता है।
सिंधी काउंसिल ऑफ़ इंडिया की निरंतर सेवा पहल
सिंधी काउंसिल ऑफ़ इंडिया समाज सेवा के कार्यों में निरंतर सक्रिय है। संस्था का उद्देश्य हर ज़रूरतमंद तक सहायता पहुँचाना और सेवा की इस परंपरा को आगे बढ़ाना है।
आप भी बन सकते हैं इस सेवा का हिस्सा
यदि आप अपनी ओर से लंगर सेवा आयोजित करवाना चाहते हैं, तो महीने के किसी भी रविवार को अपनी सुविधा अनुसार तिथि चुन सकते हैं। उस दिन की संपूर्ण सेवा आपके नाम से आयोजित की जाएगी।
प्रेम, एकता और करुणा का संदेश
आइए, हम सभी मिलकर इस पवित्र सेवा-परंपरा को आगे बढ़ाएँ और झूलेलाल जी से प्रार्थना करें कि यह पहल समाज में प्रेम, एकता, दया और सहानुभूति का प्रकाश निरंतर फैलाती रहे।





