महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के शिंगणापुर गांव स्थित प्रसिद्ध शनि मंदिर में एक दिया। इसे लेकर मंदिर समिति ने सात सुरक्षा कर्मियों को निलंबित कर दिया है। हालांकि ग्रामीणों ने रविवार को शुद्धिकरण अनुष्ठान किया। महिला कल सुरक्षा बेरिकेड तोड़ कर चौठारा (मंच) पर चढ़ गई जहां मूर्ति स्थापित है। वहां उसने पूजा की और बाद में वह भीड़ में गुम हो गई।
महिलाओं को शनि प्रतिमा की पूजा करने से रोकने वाली सदियों पुरानी प्रथा टूटने से मंदिर समिति हैरत में है। समिति आज हरकत में आई और उसने सात सुरक्षा कर्मियों को निलंबित कर दिया। ग्रामीणों ने मूर्ति का दूध से अभिषेक किया और घटना के विरोध में सुबह बंद का आह्वान किया। इस महिला के कदम की कई महिला एवं सामाजिक संगठनों सहित विभिन्न क्षेत्र के लोगों ने प्रशंसा की है। सोलापुर से कांग्रेस विधायक प्रणीति शिंदे ने कहा, ‘महिला ने जो यह किया है उसके लिए उसका सम्मान किया जाएगा।’ पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे की पुत्री प्रणीति ने कहा, ‘मैं इस मुद्दे को विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में उठाऊंगी।’ महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निरमूलन समिति की अहमदनगर जिला इकाई अध्यक्ष रंजनन गवांदे ने कहा, ‘हम पूजा करने में महिला की ओर से दिखाए गए साहस का स्वागत करते हैं। यह घटना क्रांतिकारी है। चौठारे को महिलाओं के लिए खोला जाना चाहिए।’ सामाजिक कार्यकर्ता मंगल खिनवासरा ने कहा, ‘हाल में संविधान दिवस मनाया गया और पूजा अर्पित करने के लिए सुरक्षा दीवार तोड़ने वाली महिला ने केवल संविधान की भावना पेश की है जो लैंगिक समानता सुनिश्चित करता है।’ है।