लखनऊ, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) की राजधानी लखनऊ से अन्य जिलों को जाने वाली बसों के अधिकतर कंडक्टर (परिचालक) यात्रियों से पांच सौ और हजार के नोट नहीं ले रहे हैं, इससे लम्बी दूरी के यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। लखनऊ के कैसरबाग बस अड्डे से बहराइच जाने वाले यात्री कुलबिन्दर, शीतला तिवारी और शबनम ने बुधवार को बताया कि हम लोगों के पास फुटकर पैसे न होने के कारण परिचालक ने बस से उतार दिया। वहीं पांच सौ रूपये लेेने से इंकार कर दिया। शबनम ने कहा कि रोडवेज में पांच सौ और हजार के नोट लिये जाने का आदेश हुआ है फिर भी कंडक्टर अपनी मनमानी कर रहे हैं। शबनम ने बताया कि हमने पांच सौ का नोट परिचालक को दिया तो वह चीखने लगा, उसके बाद कंडक्टर ने मुझे जबरन बस से उतार दिया। शीतला तिवारी ने बताया कि बस परिचालक ने पांच सौ के नोट लेने से मना कर दिया और कहा कि जाकर प्रधानमंत्री को नोट दे दो जिन्होंने इसे बंद किया है। कुलबिन्दर ने बताया कि हमने पांच सौ के नोट न लेने की शिकायत रोडवेज से की तो उन्होंने कहा कि हमारे पास भी फुटकर रूपये नहीं है और बैंकों से भी पैसे नहीं मिल रहे हैं, तो हम क्या कर सकते हैं। गोण्डा जाने वाले यात्री विजय शुक्ला ने बताया कि पांच सौ के नोट बस परिचालक नहीं ले रहे हैं, जिससे बहुत परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि हमने सात बस परिचालकों से पूछा लेकिन अभी तक पांच सौ के नोट लेकर कोई टिकट देने को तैयार नहीं हुआ है। इसलिए हम बस अड्डे पर इंतजार कर रहे हैं। विजय ने बताया कि मेरे पास फुटकर सिर्फ 20 रूपये ही बचे हैं। इसलिए सब बस परिचालकों से पूछ रहा हूं शायद कोई ले जाने को तैयार हो जाये।