पेरिस में जलवायु परिवर्तन पर हुए ऐतिहासिक समझौते को ने ‘जलवायु न्याय’ की जीत बताते हुए कहा है कि इस सम्मेलन में न कोई जीता है और न कोई हारा है। पीएम मोदी ने जलवायु सम्मेलन में लिए गए फैसले में प्रत्येक देश के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि इस बारे में हुई चर्चा जलवायु परिवर्तन से निपटने की दिशा में विश्व नेताओं की सामूहिक बुद्धिमता को प्रदर्शित करती है।कई दिनों के व्यापक विचार विमर्श के बाद 195 देशों ने इस विषय पर ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किया । इससे पहले 31 पन्नों के दस्तावेज को अंतिम रूप दिया गया। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फोन करके यह जानकारी दी है।
पीएम मोदी ने अपने ट्विटर पर इस फैसले पर अपनी राय रखते हुए लिखा ‘पेरिस समझौते के नतीजे में न कोई हारा और न कोई जीता। जलवायु न्याय की जीत हुई है और हम सब हरित भविष्य की दिशा में काम कर रहे हैं।’ बता दें कि पेरिस समझौते में जो फैसला लिया गया है उसमें कानूनी रूप से ग्लोबल वार्मिंग की सीमा को 2 डिग्री सेल्सियस करने और विकासशील देशों की मदद के लिए 2020 से विकसित देशों द्वारा हर साल 100 अरब डॉलर देने की प्रतिबद्धता व्यक्त करना शामिल है।
जलवायु परिवर्तन एक चुनौती
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने एक और ट्वीट में लिखा ‘जलवायु परिवर्तन एक चुनौती है लेकिन पेरिस समझौते से यह साफ होता है कि किस तरह हर एकदेश इस चुनौती से निपटने के लिए एकजुट हुए और समाधान की दिशा में बढ़े।’ उन्होंने कहा कि COP21 में चर्चा और पेरिस समझौता दरअलल जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में विश्व नेताओं की सामूहिक बुद्धिमता को दिखाता है।