झांसी के मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने एक एचआईवी पॉजिटिव पेशेंट की सर्जरी करने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि पेशेंट के एचआईवी पॉजिटिव होने की बात पता चलने पर डॉक्टरों ने उसके हाथ की सर्जरी करने से इनकार कर दिया। पेशेंट ने पहले लोकल एडमिनिस्ट्रेशन को मामले की शिकायत दी थी। जब लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने कोई एक्शन नहीं लिया, तो यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री को इसकी जानकारी दी गई। हेल्थ मिनिस्ट्री ने मेडिकल कॉलेज से इस बारे में जवाब मांगा है।
डॉक्टरों ने पेशेंट विशाल सिंह (बदला हुआ नाम) के प्रेस्क्रिप्शन (पर्चे) पर एचआईवी पॉजिटिव लिख दिया था। बाद में पेशेंट के एतराज जताने पर उसे काटकर यूनिवर्सल प्रीकॉशन लिख दिया गया। विशाल सिंह ने बताया कि 7 दिसंबर को सदर में मेरा एक्सीडेंट हो गया था। इसमें मेरा हाथ फ्रैक्चर हो गया। मैं मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में एडमिट हुआ। एक्स-रे कराए जाने के बाद डॉक्टरों ने सर्जरी की बात कही। हाथ में प्लास्टर चढ़ाए जाने के दौरान थोड़ा खून निकल आया। ऐहतिहातन मैंने डॉक्टरों को बता दिया कि मैं एचआईवी पॉजिटिव हूं। इतना सुनते ही डॉक्टरों का रवैया बदल गया। उन्होंने मेरा ऑपरेशन कराने से भी इनकार कर दिया।” डॉक्टर पेशेंट को छूने से भी कतराने लगे। लखनऊ का रहने वाले विशाल झांसी में एड्स पेशेंटों के लिए ‘नेटवर्क फॉर पॉजिटिव पीपल सोसाइटी’ के नाम से एक एनजीओ चलाता है।