नई दिल्ली, नोटबंदी के मुद्दे पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार के साथ मतभेद की खबरों के बीच जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने आज जोर दिया कि इस मुद्दे पर हमारे रूख अलग अलग नहीं हैं और रत्ती भर भी असहमति नहीं है। शरद यादव ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने 500 रूपये और 1000 रूपये के नोटों को अमान्य करने के निर्णय का विरोध नहीं किया था बल्कि नकदी की कमी की मार झेल रहे गरीबों की परेशानी पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा, हमारी पार्टी में इस मुद्दे पर रत्ती भर मतभेद नहीं है। मैंने नोटबंदी को वापस लेने की मांग नहीं की है। और नीतीशजी क्या कह रहे हैं.. वे कह रहे हैं कि नोटबंदी स्वागत योग्य कदम है। मैंने कब कहा कि इस कदम को वापस लिया जाए।
शरद यादव ने आश्चर्य जताया कि अगर वे किसानों, कृषि मजदूरों और कामगारों को इसके कारण पेश आ रही परेशानियों के विषय को उठाते हैं तो कहा जाता है कि पार्टी में मतभेद है। एक अन्य सवाल के जवाब में शरद यादव ने कहा कि विपक्ष चाहता है कि सदन चले और सरकार को उसकी मांग पर विचार करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि शरद यादव ने तृणमूल कांग्रेस की ओर से आयोजित विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था।