नई दिल्ली, नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में चर्चा की मांग करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यदि वह सदन में इस विषय पर बोलेंगे तो भूकंप आ जाएगा। उनके इस बयान पर केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने चुटकी लेते हुए कहा, भगवान भला करे। प्रार्थना करते हैं कि ऐसा कुछ न हो। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि ऐसा वह इसलिए सोच रहे होंगे क्योंकि सदन में बीजेपी के सदस्यों की संख्या ज्यादा है।
नायडू ने नोटबंदी के फैसले को मूर्खतापूर्ण बताने पर कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि आखिर वह उपदेश देने वाले कौन होते हैं। उन्होंने कहा, जिनके राज में कोयला, टूजी, कॉमनवेल्थ, यूरिया और आदर्श जैसे तमाम घोटाले हुए, वे दूसरों को कैसे सीख दे सकते हैं। नायडू ने सवालिया अंदाज में पूछा, क्या ड्रग माफिया, ब्लैक मनी और मानव तस्करी जैसे अपराधों के खिलाफ ऐक्शन लेना मूर्खता है। नायडू ने नोटबंदी पर पीएम नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने जनहित में यह फैसला लिया है, मैं उन्हें सल्यूट करता हूं।
केंद्रीय शहरी मंत्री ने कहा कि कांग्रेस बताए कि आखिर वह ब्लैक मनी के खिलाफ है या फिर ब्लैक मनी रखने वाले लोगों के साथ है। नायडू ने कहा, कांग्रेस उपाध्यक्ष नोटबंदी के चलते लोगों के मरने की बात कर रहे हैं। उन्हें याद नहीं है कि उनके राज में महाराष्ट्र और कर्नाटक में कितने लोगों ने आत्महत्या की थी। इस पूरी स्कीम को गरीब लोगों के कल्याण के लिए लॉन्च किया गया है। अघोषित आय को गरीबों, किसानों और पिछड़े लोगों के कल्याण में खर्च किया जाएगा। नायडू ने कहा कि इस स्कीम से लॉन्ग टर्म में फायदा होगा।
नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में चर्चा का पीएम मोदी की ओर से जवाब देने की मांग पर नायडू ने कहा कि मंत्री अरुण जेटली इस मामले में बात रखेंगे और किसी महत्वपूर्ण विषय पर पीएम हस्तक्षेप करेंगे। उन्होंने कहा कि सदन में पूरे समय पीएम मोदी की मौजूदगी की मांग बचपना है। नायडू ने भारत बंद का ऐलान करने वाले कांग्रेस और विपक्षी दलों पर अटैक करते हुए कहा पहले वह देशव्यापी बंद की बात कर रहे थे। फिर बाद में क्यों पलट गए और उसे भारत बंद की बजाय आक्रोश रैली बताने लगे। स्मृति बोलीं, राहुल के आने से कांग्रेस में ही आता है भूकंप राहुल के भूकंप वाले बयान पर उनके खिलाफ अमेठी में चुनाव लड़ चुकीं स्मृति इरानी ने कहा कि उनके आने से कांग्रेस में ही भूकंप होता है, बाहर कुछ नहीं होता। टेक्सटाइल मिनिस्टर इरानी ने कहा, राहुल गांधी अपने बोलने की क्षमता को कुछ ज्यादा ही समझते हैं। उनके आने से भूकंप का असर कांग्रेस में दिखता है, बाहर नहीं।