नई दिल्ली, लोकसभा में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों ने मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत नोटबंदी पर चर्चा कराने की मांग की जबकि सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्यों ने पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के दौरान अगस्ता वेस्टलैंड सौदे से जुड़े कथित रिश्वतखोरी के मामले से जुड़ी खबर का मुद्दा उठाया। सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई थी।
सुबह कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन को पूर्व सदस्य उन अन्बुचेजियन और पीवी राजेश्वर राव के निधन की जानकारी दी। सदस्यों ने कुछ पल मौन रहकर दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने को कहा, वैसे ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदलों के सदस्य नोटबंदी के मुद्दे पर मतविभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने की मांग करने लगे। इसी समय सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्य अपने हाथों में एक अखबार की प्रति लहराने लगे जिसमें पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के दौरान अगस्तावेस्टलैंड सौदे में कथित रिश्वतखोरी के मामले से जुड़ी खबर प्रकाशित थी।
अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से पर्चे और अखबार नहीं लहराने को कहा। उन्होंने कहा कि ये पेपर लहराना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि आप चाहे किसी भी पक्ष के क्यों न हों, आप जिम्मेदार सांसद हैं। और किसी भी पक्ष का पेपर लहराना ठीक नहीं है। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के सदस्य अपने हाथों में पर्चे लहरा रहे थे जिन पर नोटबंदी के विरोध में कुछ नारे लिखे थे। सदन में व्यवस्था बनते नहीं देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। बैठक शुरू होने से पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह विपक्षी सदस्यों की सीट की ओर गए। उन्हें सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से बातचीत करते देख गया। कांग्रेस के मुख्य सचेतक ज्योतिरादित्य सिंधिया और तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय को सिंह का हालचाल पूछते देखा गया।