नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनावों से पहले बसपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को बड़ा झटका लगा है. प्रवर्तन निदेशालय की छापामारी में बहुजन समाज पार्टी के एक खाते में 104 करोड़ रुपये मिले हैं. दिलचस्प बात यह है कि नोटबंदी के बाद हर एक दिन के अंतराल पर बसपा के इस खाते में 15-17 करोड़ रुपये जमा किए गए. इसके अलावा मायावती के भाई आनंद कुमार के खाते में 1.43 करोड़ रुपये जमा किए जाने की रसीद मिलने की बात कही जा रही है.दिल्ली के करोलबाग स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच पर रूटीन जांच के लिए पहुंची ईडी की टीम को यह बड़ी कामयाबी मिली है. इस मामले में अभी तक बसपा से किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीम नोटबंदी के बाद खातों में जमा हुए रकम की रूटीन जांच के लिए करोलबाग पहुंची थी. वहां यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की एक ब्रांच में दो अलग-अलग खातों में बड़ी रकम के जमा होने का मामला सामने आया. बसपा के खातों में 102 करोड़ रूपये, 1000 रुपये के पुराने नोटों की शक्ल में जमा हुए. शेष रकम 500 रुपये के पुराने नोटों की शक्ल में जमा किए गए हैं. बसपा के खाते में हर दूसरे दिन 15-17 करोड़ रुपये जमा हो रहे थे .सूत्रों के अनुसार, इसी ब्रांच में मायावती के भाई आनंद कुमार का भी खाता पाया गया. उनके खाते में 1.43 करोड़ रुपये जमा किए गए. इनमें से 18.98 लाख रुपये पुराने नोटों की शक्ल में जमा किए जाने की बात कही जा रही है. मायावती के भाई का खाता जब्त कर लिया गया है.
ईडी ने बैंक से इन दोनों खातों के बारे में पूरा ब्योरा मांगा है. ईडी ने बैंक से सीसीटीवी फुटेज और खाते खोलने के लिए इस्तेमाल किए गए केवाईसी दस्तावेज भी मांगे हैं. ईडी नोटबंदी के बाद हुए हवाला और धनशोधन के मामलों की जांच के लिए 50 से अधिक शाखाओं में पड़ताल कर रही है.