लखनऊ, समाजवादी पार्टी से निष्कासित प्रो0 रामगोपाल यादव ने कहा कि पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव ने गलत तथ्यों के आधार पर उनके और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ कार्रवाई की है।
प्रो0 यादव ने पत्रकारों से कहा कि शीर्ष स्तर पर असंवैधानिक काम हो रहे हैं। शीर्ष स्तर पर बैठे नेता जब अपने काम को बखूबी अंजाम देने में विफल रहते हैं तो जनप्रतिनिधियों की मांग पर राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाने को बाध्य होना पडा। सपा मुखिया ने एक बार भी संसदीय बोर्ड की बैठक बुलायी। बिना एक भी बैठक के उम्मीदवारों की सूची कैसे घोषित हो गयी।ष्
उन्होंने कहा कि गलत तरीके से जब प्रत्याशियों की घोषणा हुयी तो जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं की मांग पर आपातकालीन बैठक बुलाने के अलावा कोई और चारा नहीं था। सपा मुखिया को संविधान के बारे में ज्यादा पता नहीं है।
निष्कासित नेता ने कहा कि जीतने वाले तीन विधायकों का टिकट काट दिया गया। फिरोजाबाद के विधायक का टिकट काट दिया गया जबकि उनकी जगह जिस महिला को टिकट दिया गया है, उसकी हार निश्चित है। इटावा, मैनपुरी और औरय्या में भी कमोवेश यही हालात है।
उन्होंने कहा कि नेताजी कहते हैं कि पार्टी में मेरा कोई योगदान नहीं है। गैर यादवों के बीच वोट मांगते समय उनको रामगोपाल की याद सताती है। आने वाला चुनाव बता देगा कि जनता के बीच कौन कितना स्वीकार्य है।