नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की समस्याओं के समाधान तथा उनकी खरीद-बिक्री की सुविधा बढ़ाने के लिये किसान क्रेडिट कार्ड को रूपे कार्ड में बदलने तथा सहकारी बैंकों और सहकारी समितियों से कृषि रिण लेने वालों किसानों के दो माह का ब्याज सरकार द्वारा चुकाये जाने की आज घोषणा की ।
मोदी ने नववर्ष की पूर्वसंध्या पर राष्ट्र के नाम सम्बोधन में नोटबंदी के बाद देश को हुए फायदे गिनाते हुए कहा कि किसानों की खरीद-बिक्री की सुविधा के लिए अगले तीन माह के अंदर तीन करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड को रूपे कार्ड में बदल दिया जायेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोऑपरेटिव बैंकों और सोसायटियों से किसानों को और ज्यादा कर्ज देने के लिए उपाय किये गये हैं। नोटबंदी की घोषणा के बाद नाबार्ड ने पिछले महीने 21 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की थी। अब सरकार इसे लगभग दोगुना करते हुये इसमें 20 हजार करोड़ रुपये और जोड़ रही है। इस रकम को नाबार्डए कोऑपरेटिव बैंक और सोसायटीज को कम ब्याज पर देगा और इससे नाबार्ड को जो आर्थिक नुकसान होगा हैए उसे भी सरकार वहन करेगी।
उन्होंने कहा कि पिछले साल करीब 3.5 करोड़ लोगों ने मुद्रा योजना का लाभ उठाया। दलित.आदिवासी.पिछड़ोंए एवं महिलाओं को प्राथमिकता देते हुए सरकार ने इसका दायरा दुगना करने का लक्ष्य रखा है।
गर्भवति महिलाओं तथा वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी प्रधानमंत्री ने आर्थिक राहतों की घोषणा की। गर्भवति महिलाओं के लिए राष्ट्रीय स्तर की एक योजना की घोषणा की है जिसके तहत सभी जिलों में अस्पतालों में उनके पंजीकरणए डिलिवरीए टीकाकरण तथा पौष्टिक आहार के लिए हर महिला को छह हजार रुपये दिये जायेंगे। यह राशि सीधे उनके खातों में हस्तांतरित की जायेगी। इस योजना से मातृ मृत्यु दर कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 53 जिलों में पायलट आधार पर यह योजना लागू की गयी है जिसके तहत चार हजार रुपये दिये जा रहे हैं।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए श्री मोदी ने 10 साल की निश्चित ब्याज जमा योजना की घोषणा की। इसके तहत 10 साल के लिए साढ़े सात लाख रुपये तक जमा कराने पर आठ प्रतिशत का निश्चित ब्याज मिलेगा। खास बात यह है कि इसका ब्याज हर महीने निकाला जा सकेगा।