लखनऊ, राजधानी के डालीबाग इलाके में बहुखण्डी विधायक निवास के पास बने रैन बसेरे में शनिवार देर रात हुए भीषण हादसे में पांच लोगों की मौत की सूचना मिलते ही किन्नरों ने हंगामा किया। किन्नरों ने रविवार सुबह एडवा कार्यकर्ता के साथ मिलकर चक्का जाम की भी कोशिश की। इस दौरान पायल फाउण्डेशन की अध्यक्ष किन्नर गुरु पायल ने मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपए और घायलों को एक-एक लाख रुपए मुआवजा देने के साथ दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
हंगामे की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी मौके पर पहुंची और मृतकों को दो-दो लाख रुपए दिलवाने का आश्वासन देकर मामला शान्त कराया। मौके पर मौजूद लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जिस तरह रईसजादों ने नशे में धुत होकर रैन बसेरे में सो रहे एक दर्जन से अधिक लोगों को कार से कुचल डाला वह बेहद घोर अपराध है। आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर दोनों आरोपी छात्रों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने से हिचकने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि इस हादसे में दस लोगों को रौंद दिया गया था, जिसमें चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं आठ घायलों को ट्रॉमा सेन्टर में भर्ती कराया गया है। कार में सवार गोमतीनगर के रहने वाले आयुष रावत और निखिल को गिरफ्तार कर लिया है। आयुष सपा के पूर्व विधायक और निखिल बड़े बिजनेसमैन का बेटा है। हादसे में मारे गए और घायल ज्यादातर लोग बहराइच के मटिहा गांव के हैं। पुलिस ने सभी मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस रैनबसेरे में प्रतिदिन 50 से ज्यादा लोग सोते हैं। इस हादसे के बाद रविवार को वह आपस में घटना का जिक्र करके सहमें रहे।