बदायूं, बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी और मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुये आज कहा कि बसपा की सरकार बनी तो राज्य में कानून का राज होगा। मायावती ने आज यहां दातागंज में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सपा सरकार के पांच साल तथा केन्द्र की मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश का नुकसान हुआ है। प्रदेश में विकास कार्य ठप पड़े है। इसको लेकर प्रदेश की 22 करोड़ जनता में जबरदस्त नाराजगी है
। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बसपा सरकार बनाने में यदि सफल हो जाती है तो कानून का राज होगा और विकास कार्य पटरी पर दौड़ेंगे। गुण्डे जेल में होंगे और लड़कियां बेखौफ आ-जा सकेंगी। अखिलेश सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गयी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की असफलता छुपाने के लिये सपा परिवार में ड्रामा रचा गया। सपा के शासनकाल में आपराधिक घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हुई। मथुरा, दादरी और बुलंदशहर जैसे कांड हुए। मथुरा में तो सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर पुलिस अधिकारी तक की जान चली गई। गरीब, मजलूम और अल्पसंख्यक वर्ग तो बहुत परेशान हुए। दंगे-फसाद से अल्पसंख्यकों को क्षति पहुंचाई गई। सपा सरकार की पारिवारिक कलह के बाद अब अल्पसंख्यकों का मोह इस पार्टी से भंग हो गया है।
मायावती ने कहा कि बसपा सरकार बनने पर दलितों और पिछड़ों का आरक्षण बरकरार रहेगा और साथ ही गरीबों को आर्थिक आधार पर भी आरक्षण दिया जायेगा। गरीब किसानों का एक लाख रुपये का कर्ज बसपा सरकार माफ करेगी। नोटबंदी की चर्चा करते हुए बसपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चहेतों का दस महीने पहले काला धन ठिकाने लगवा दिया। भाजपा के प्रति जनता आक्रोशित है, इस बात को भाजपा भांप चुकी है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री पद के लिए किसी का नाम पार्टी ने पेश नहीं किया। सपा सुप्रीमो ने कहा कि सूबे में सत्तारूढ समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा बदले की भावना से काम किया गया। अल्पसंख्यकों और दलितों को झूठे केसों में जेल भेजा गया। बसपा की सरकार बनने पर ऐसे लोगों के मामलों की समीक्षा की जाएगी और निर्दोषों को रिहा किया जाएगा। सपा शासन के दौरान प्रदेश में 500 से अधिक छोटे बड़े दंगे हुए। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था का यह हाल रहा कि बदायूं में अतिपिछड़े वर्ग की दो बेटियों को मारकर पेड़ पर लटका दिया गया। गुंडागर्दी, अराजकता और सांप्रदायिकता फैलाने वाली पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन का सीधा फायदा भाजपा को होगा। उत्तर प्रदेश में वर्तमान चुनाव सांप्रदायिकता, जातिवाद और अपराधी तत्वों को खत्म करने का है। पिछले पांच साल में सपा सरकार का एक सूत्रीय काम गुंडागर्दी कर जमीनों पर कब्जे करने और अराजकता फैलाने का रहा। मौजूदा सरकार की कारगुजारी से जनता कराह उठी है।
मायावती ने सपा परिवार की कलह की चर्चा करते हुए कहा कि पुत्र मोह में मुलायम सिंह ने अपने भाई शिवपाल यादव को अपमानित किया है। समाजवादी पार्टी दो भागों में बंट गई है। सपा नेता शिवपाल यादव अखिलेश के विरुद्ध ताल ठोंक चुके हैं। बसपा अध्यक्ष ने कहा कि झगड़े के कारण अल्पसंख्यक सपा-कांग्रेस गठबंधन की ओर नहीं बढ़ेगा। अल्पसंख्यक समय पर न चेते तो उन्हें फिर से नुकसान उठाना पड़ेगा। नरेन्द्र मोदी की सरकार अल्पसंख्यकों को शक की नजर से देख रही है। देश में उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। कामन सिविल कोड और तीन तलाक जैसे मामले में मोदी सरकार दखलंदाजी कर रही है। अल्पसंख्यकों को आतंकवाद, गौ रक्षा, लव जिहाद के नाम पर परेशान किया जा रहा है। समाजवादी पार्टी ने उनके द्वारा शुरू की गई तमाम योजनाओं को नए सिरे से शुरू किया है। पेंशन योजना का नाम बदल दिया, जबकि मेट्रो रेल की योजना उनके कार्यकाल की थी।