लखनऊ, भारतीय जनता पार्टी के विधायक हृदय नारायण दीक्षित आज उत्तर प्रदेश में विधानसभा के अध्यक्ष निर्वाचित किये गये। पार्टी के वरिष्ठ नेता हृदय नारायण दीक्षित ने कल नामांकन किया था।
उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में भारतीय जनता पार्टी के हृदय नारायण दीक्षित का निर्विरोध निर्वाचित हुये। वह सदन में पीछे बैठे थे। उनके निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता विरोधी दल राम गोविन्द चौधरी उनकी सीट पर गये और उन्हें विधानसभा अध्यक्ष के आसन पर बिठाया। निर्वाचन के बाद दीक्षित कुछ समय के लिए भावुक दिखे, हालांकि उन्होने अपने को संभाला और सभी विधायकों का आभार व्यक्त किया तथा सभी से सहयोग की अपील भी की।
आपातकाल में हृदय नारायण दीक्षित करीब 19 माह तक जेल में रह चुके हैं। दीक्षित पहली बार, वर्ष 1985 में निर्दल चुनाव लड़कर विधायक बने थे। उन्नाव में पुरवा तहसील के लउवा गांव के निवासी हृदय नारायण दीक्षित वर्ष 1989 में जनतादल, 1991 में जनता पार्टी और 1993 में सपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीत चुके हैं। सपा-बसपा गठबंधन की सरकार में 1995 में संसदीय कार्य एवं पंचायतीराज मंत्री रहे हैं। वर्ष 2010 से जून 2016 तक भाजपा विधान परिषद सदस्य और दलनेता भी रहे। भाजपा के संगठन में विभिन्न पदों पर रहे दीक्षित वर्तमान में पार्टी में प्रमुख प्रवक्ता पद की जिम्मेदारी संभाले हुए थे। इस बार दीक्षित ने भगवंतनगर सीट से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता है। दीक्षित साहित्यकार एवं लेखक भी हैं। उनके कई लेख व किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं।